पणजी (गोवा):-भारत के 54वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में अभिनेता मनोज बाजपेयी ने कहा, “गुलमोहर और बंदा (सिर्फ एक बंदा काफी है) दोनों पैनोरमा में दिख रहे हैं। यह मेरे लिए काफी अच्छा साल रहा है जहां बंदा ने OTT पर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और गुलमोहर ने एक पारिवारिक फिल्म के बारे में दर्शकों के बीच बहुत उत्सुकता और उत्साह पैदा किया है। मुझे वास्तव में खुशी हुई कि लोगों ने किसी तरह न केवल चरित्र को समझा, बल्कि परिवार के प्रत्येक सदस्य को भी समझा, जो अपनी गड़बड़ी, अपने संघर्ष से जूझ रहे हैं।”
अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा, “… अभिनय में जो नए होते हैं उन्हें रिस्क लेने की आज़ादी होती है। युवा प्रतिभा को प्रोत्साहित करना चाहिए क्योंकि वे अलग सोच को लेकर आते हैं।
जब मैंने शुरूआत की थी तब मुझे उसके बारे में नहीं पता था कि नेटफ्लिक्स और OTT प्लेटफॉर्म क्या होता है। जो स्क्रिप्ट और अभिनय था वह चुनौती भरा था। मैंने एक बाहर की सीरिज़ की थी इसके बाद और कोई सीरिज़ नहीं कर पाया लेकिन फिर से मौका मिलेगा तो ज़रूर करूंगा। प्रोजेक्ट चलने और न चलने के पीछे कई कारण होते हैं। हमारा काम अभिनय करना है।”
भारत के 54वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में फिल्म प्रोड्युसर गुनीत मोंगा ने कहा, “…आप मुझे और मेरे सिनेमा को एक बक्से में नहीं रख सकते। बहुत सी फिल्में ऐसी हैं जिन्हें हम पहले बना सकते थे, 110 सालों से यह इंडस्ट्री है लेकिन अब हम ऐसी फिल्में बना पा रहे हैं। इनमें वर्षों का ज्ञान शामिल है।”
Deprecated: File Theme without comments.php is deprecated since version 3.0.0 with no alternative available. Please include a comments.php template in your theme. in /home/u754392520/domains/dastakhindustan.in/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114