मुंबई (महाराष्ट्र):- मुंबई में गुरुवार को जो हुआ उसने हर दिल को झकझोर दिया। शहर के एक स्टूडियो से बीस मासूम बच्चों को पुलिस ने बंधन से मुक्त कराया। यह घटना किसी फिल्मी कहानी जैसी लगी पर यह सच्चाई थी जो समाज के सामने भयावह रूप में आई। आरोपी रोहित आर्या ने बच्चों को स्टूडियो में बंधक बनाकर रखा था। पुलिस को सूचना मिलते ही तुरंत एक्शन लिया गया और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार स्टूडियो के अंदर बच्चों को कई दिनों से बंद रखा गया था। उन्हें बाहर जाने की अनुमति नहीं थी और उनकी स्थिति बेहद दयनीय थी। जैसे ही पुलिस वहां पहुंची बच्चों ने राहत की सांस ली। आसपास के लोग भी भावुक हो गए। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि मुंबई जैसे बड़े शहर में अपराध के कई रूप छिपे रहते हैं जिन्हें उजागर करने के लिए समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर काम करना होगा।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि इन बच्चों को क्यों और कैसे बंधक बनाया गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी किसी अवैध काम में लिप्त था और बच्चों का इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए करना चाहता था।
यह घटना एक चेतावनी है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए और भी सख्त कदम उठाने होंगे। हर नागरिक को सतर्क रहना होगा ताकि कोई भी मासूम ऐसी स्थिति में न फंसे। इन बच्चों की मुक्ति सिर्फ पुलिस की जीत नहीं बल्कि मानवता की जीत है जो अंधेरे के बीच एक उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है।






Deprecated: File Theme without comments.php is deprecated since version 3.0.0 with no alternative available. Please include a comments.php template in your theme. in /home/u754392520/domains/dastakhindustan.in/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114