Gaza news गाजा:- गाजा में चल रहे संघर्ष के कारण विस्थापित हुए फिलिस्तानियों के लिए कब्रिस्तान एकमात्र आश्रय स्थल बन गए हैं। इन कब्रिस्तानों में लोग अपने परिवारों के साथ रहने को मजबूर हैं जहां मकबरे उनके घरों के रूप में काम कर रहे हैं।
कब्रिस्तान में जीवन
माइसा ब्रिकाह और उनके बच्चे खान यूनिस के एक कब्रिस्तान में पांच महीने से रह रहे हैं। उनके परिवार का घर नष्ट हो गया था और उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था। कब्रिस्तान में लगभग 30 परिवार रहते हैं जो अपने घरों को छोड़ने को मजबूर हुए हैं।
डर और अनिश्चितता
इन परिवारों के लिए जीवन आसान नहीं है। वे लगातार खतरे के बीच रहते हैं और रात के समय डर कर जीने को मजबूर हैं। बच्चे कब्रों के बीच खेलते हैं और महिलाएं बर्तन धोने के लिए पानी की बचत करती हैं।
अनिश्चित भविष्य
फिलिस्तानी परिवारों के लिए भविष्य अनिश्चित है। वे अपने घरों को वापस पाने की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है। इजरायल और हमास के बीच तनाव जारी है जिससे इन परिवारों की स्थिति और भी खराब हो गई है।
संयुक्त राष्ट्र की चिंता
संयुक्त राष्ट्र ने गाजा की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। इजरायल पर आरोप लगाया गया है कि वह हमास के खिलाफ अपने अभियान में नागरिकों को निशाना बना रहा है। हमास पर भी आरोप है कि वह नागरिकों को मानव ढाल के रूप में उपयोग कर रहा है।
फिलिस्तानी परिवारों की मांग
फिलिस्तानी परिवार अपने घरों को वापस पाने की मांग कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि इजरायल और हमास के बीच शांति समझौता हो और वे अपने जीवन को सामान्य बना सकें। लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है और ये परिवार कब्रिस्तानों में रहने को मजबूर हैं।






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