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CIL intensifiesसीआईएल ने क्रिटिकल मिनरल्स की खोज दी है

Dastak Hindustan

CIL intensifies : कोयला इंडिया ने क्रिटिकल मिनरल्स की खोज में तेज की गति, वैश्विक स्तर पर विस्तार की योजना

CIL intensifies नई दिल्ली:-  देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी कोयला इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने क्रिटिकल मिनरल्स की खोज और उत्पादन में अपनी गति तेज कर दी है। कंपनी ने हाल ही में दो ग्रेफाइट ब्लॉकों के लिए नीलामी में सफलता हासिल की है और अब वह वैश्विक स्तर पर लिथियम, ग्रेफाइट, कोबाल्ट, निकेल और दुर्लभ पृथ्वी तत्वों जैसे क्रिटिकल मिनरल्स की खोज में विस्तार करने की योजना बना रही है।

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वैश्विक स्तर पर विस्तार

सीआईएल के अध्यक्ष पीएम प्रसाद ने कहा कि कंपनी खनिज समृद्ध देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, चिली और अन्य क्षेत्रों में क्रिटिकल मिनरल्स की खोज में विस्तार करने की योजना बना रही है। कंपनी ने खान मंत्रालय द्वारा आयोजित क्रिटिकल मिनरल्स की आगामी नीलामी में भाग लेने की भी योजना बनाई है।

क्रिटिकल मिनरल्स का महत्व

क्रिटिकल मिनरल्स जैसे लिथियम, ग्रेफाइट और कोबाल्ट का उपयोग स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों, इलेक्ट्रिक वाहनों और उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स में किया जाता है। इन मिनरल्स की मांग तेजी से बढ़ रही है और भारत सरकार ने इनकी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।

सीआईएल की रणनीति

सीआईएल ने क्रिटिकल मिनरल्स की खोज और उत्पादन में अपनी रणनीति को विस्तार देने के लिए खान बिडेस इंडिया लिमिटेड (केएबीआईएल) और अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ सहयोग करने की योजना बनाई है। कंपनी ने अपने पहले नॉन-कोल मिनरल माइनिंग वेंचर के रूप में मध्य प्रदेश में खताली छोटी ग्रेफाइट ब्लॉक और छत्तीसगढ़ में ओरंगा-रेवतिपुर ग्रेफाइट और वैनेडियम ब्लॉक में सफलता हासिल की है।

वैश्विक परिदृश्य

वैश्विक स्तर पर क्रिटिकल मिनरल्स की मांग तेजी से बढ़ रही है और कई देश अपनी आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। हाल ही में अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिटिकल मिनरल्स की आपूर्ति शृंखला को विकसित करने के लिए एक समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत अमेरिका एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक 2.2 अरब डॉलर के निवेश के लिए पत्र जारी करेगा।

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