Bihar election: नई दिल्ली:- बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने चुनावी भाषणों में ‘जंगल राज’ शब्द का इस्तेमाल कर विपक्षी दलों पर हमला बोला है। ‘जंगल राज’ एक ऐसा शब्द है जिसका इस्तेमाल बिहार में कानून और व्यवस्था की स्थिति को दर्शाने के लिए किया जाता है खासकर जब लालू प्रसाद यादव और उनकी पार्टी राजद की सरकार थी।
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क्या है ‘जंगल राज’ का अर्थ?
‘जंगल राज’ का अर्थ है जंगल का शासन, जहां कानून और व्यवस्था की स्थिति खराब हो और अपराधियों का बोलबाला हो। इस शब्द का इस्तेमाल पहली बार 1997 में पटना हाईकोर्ट ने किया था जब लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे। उस समय कोर्ट ने बिहार की कानून और व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा था कि राज्य में ‘जंगल राज’ है।
कैसे बदला ‘जंगल राज’ का अर्थ?
लालू प्रसाद यादव ने अपने शासनकाल में ‘जंगल राज’ के आरोपों को अपने तरीके से परिभाषित किया। उन्होंने कहा कि ‘जंगल राज’ का मतलब है ऊंची जातियों का शासन जबकि उनके शासन में पिछड़ी जातियों और गरीबों को अधिकार मिले हैं। लालू यादव के इस बयान से ‘जंगल राज’ का अर्थ बदल गया और यह शब्द बिहार की राजनीति में एक नए अर्थ में इस्तेमाल होने लगा।
पीएम मोदी और अमित शाह के बयान
पीएम मोदी और अमित शाह ने अपने चुनावी भाषणों में ‘जंगल राज’ शब्द का इस्तेमाल कर विपक्षी दलों पर हमला बोला है। पीएम मोदी ने कहा, “फिर एक बार, एनडीए सरकार; फिर एक बार सुशासन सरकार; जंगल राज वालों को दूर रखेगा बिहार।” अमित शाह ने भी कहा कि लालू प्रसाद यादव के शासनकाल में बिहार में ‘जंगल राज’ था जिसमें अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर था।
बिहार चुनाव में ‘जंगल राज’ का मुद्दा
बिहार विधानसभा चुनाव में ‘जंगल राज’ एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। विपक्षी दल भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं कि वह लोगों को डराने के लिए ‘जंगल राज’ का मुद्दा उठा रही है जबकि भाजपा का कहना है कि वह बिहार की कानून और व्यवस्था की स्थिति को सुधारने के लिए काम कर रही है।






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