लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- महिला आरक्षण बिल एक बार फिर लोकसभा में रखा गया है। संसद के विशेष सत्र के पहले ही दिन मोदी सरकार विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बिल को पेश किया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव के रास्ते पर ही जाते दिखाई दे रहे हैं। पिछली बार मुलायम सिंह यादव ने पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को अलग से आरक्षण की मांग करते हुए बिल का विरोध किया था। अब अखिलेश यादव ने भी मुलायम सिंह यादव की बातों को दोहराया है। उन्होंने महिला आरक्षण में पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों के लिए भी कोटा की मांग कर दी है।
महिला आरक्षण बिल को लेकर अखिलेश यादव ने ट्विटर (अब एक्स) पर लिखा कि महिला आरक्षण में लैंगिक न्याय और सामाजिक न्याय का संतुलन होना चाहिए। इसमें पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक, आदिवासी (PDA) की महिलाओं का आरक्षण निश्चित प्रतिशत रूप में स्पष्ट होना चाहिए। अखिलेश की तरह उनकी पत्नी और लोकसभा सांसद डिंपल यादव ने भी पिछड़ी जाति की महिलाओं के लिए अलग से व्यवस्था की बात कही।
डिंपल ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि इस बिल का समर्थन करतीं हूं, लेकिन हम चाहते हैं जो आखिरी पंक्ति में खड़ी हुई महिला को भी उसका हक मिलना चाहिए। हम चाहते हैं इसमें OBC महिलाओं को भी आरक्षण मिले। लेकिन सरकार की मंशा ठीक नहीं है।