नई दिल्ली :- नए संसद भवन में लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई। नए संसद भवन में लोकसभा की कार्यवाही से पहले स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आज हमारे लोकतांत्रिक इतिहास का बहुत महत्वपूर्ण दिन है जब हम नए संसद भवन में लोकसभा की कार्यवाही शुरू कर रहे हैं। हमें इस ऐतिहासिक दिन का साक्षी बनने का अवसर मिला है। मैं आप सभी को बधाई देता हूं।
नए संसद भवन के लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं इस नए संसद भवन में आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं। यह अवसर कई मायनों में अभूतपूर्व है। यह आज़ादी के अमृत काल की सुबह है।
चंद्रयान-3 की गगन चूमी सफलता हर देशवासी को गर्व से भर देती है। भारत की अध्यक्षता में G20 का असाधारण आयोजन विश्व में इच्छित प्रभाव प्राप्त करने जैसी अनूठी उपलब्धियां हासिल करने का अवसर बन गया। इसी आलोक में आधुनिक भारत और प्राचीन लोकतंत्र का प्रतीक नए संसद भवन का शुभारंभ हुआ है।
आज संवत्सरी भी मनाई जाती है, यह एक अद्भुत परंपरा है। आज वह दिन है जब हम कहते हैं ‘मिच्छामी दुक्कड़म’, इससे हमें किसी ऐसे व्यक्ति से माफी मांगने का मौका मिलता है जिसे हमने जानबूझकर या अनजाने में ठेस पहुंचाई है। मैं संसद के सभी सदस्यों और देश की जनता से भी ‘मिच्छामी दुक्कड़म’ कहना चाहता हूं। अभी चुनाव तो दूर है,और जितना समय हमारे पास बचा है। मैं पक्का मानता हूं कि यहां जो व्यवहार होगा ये निर्धारित करेगा कि कौन यहां बैठने के लिए व्यवहार करता है और कौन वहां बैठने के लिए व्यवहार करता है।
आज जब हम नए संसद भवन में प्रवेश कर रहे हैं। जब संसदीय लोकतंत्र का ‘गृह प्रवेश’ हो रहा है, तब यहां पर आज़ादी की पहली किरण का साक्षी है और जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा – पवित्र सेंगोल – ये वो सेंगोल है जिसको भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. नेहरू ने छुआ है …इसलिए हमें एक बहुत ही महत्वपूर्ण अतीत से जोड़ता है।
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