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जेलेस्की के वार से घबराए पुतिन, नहीं थम रहा रूस यूक्रेन युद्ध

यूक्रेन :- यूक्रेन ने इस हफ्ते क्रीमिया प्रायद्वीप पर विध्वंसक हमले कर रूस की टेंशन बढ़ा दी है। इन हमलों में रूसी युद्धपोतों, पनडुब्बियों और मिसाइलों को निशाना बनाया गया है। अनुमान है कि यूक्रेन के आक्रमण से रूस को अरबों रूबल का नुकसान हुआ है।

ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यूक्रेन (Ukraine) क्रीमिया पर दोबारा कब्जा करने की तैयारी कर रहा है, जिस पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था। क्रीमिया रूस का सैन्य किला है, ऐसे में यूक्रेन के लिए इसे तोड़ पाना काफी मुश्किल है। यूक्रेन क्रीमिया पर इसलिए हमले कर रहा है, ताकि रूस को दूसरे मोर्चे पर उलझाया जा सके और पूर्वी यूक्रेन में जवाबी हमलों को और प्रभावी बनाया जाए। रूस ने भी क्रीमिया पर हमले के जवाब में यूक्रेनी राजधानी कीव को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।

 

बीबीसी से बात करते हुए कीव के सेंटर फॉर मिलिट्री एंड लीगल स्टडीज के ऑलेक्जेंडर मुसिएन्को ने कहा कि यूक्रेन(Ukraine) की रणनीति के दो मुख्य लक्ष्य हैं। उत्तर-पश्चिमी काला सागर में प्रभुत्व स्थापित करना और दक्षिण में टोकमक और मेलिटोपोल के पास अपनी रक्षा लाइनों के लिए रूसी रसद आपूर्ति को कमजोर करना। दूसरे शब्दों में, क्रीमिया में कार्रवाई दक्षिण में यूक्रेन के जवाबी हमले के साथ-साथ चल रही है। उन्होंने कहा कि ये दोनों एक दूसरे पर निर्भर हैं। अगर पूर्वी यूक्रेन में यूक्रेनी सेना की जवाबी कार्रवाई कमजोर पड़ती है तो इसका सीधा असर क्रीमिया पर हो रहे हमलों में देखा जाएगा।

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