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ये हैं IT सेक्टर की 5 हाई पेइंग जॉब, नहीं है किसी इंजीनियरिंग डिग्री की जरूरत

करियर के लिहाज से आईटी सेक्टर एक आकर्षक विकल्प है। आईटी सेक्टर में कॉर्पोरेट कल्चर और अच्छी खासी सैलरी मिलती है। इस सेक्टर में कई नौकरियां ऐसी हैं जिनके लिए भी कॉलेज की डिग्री की जरूरत भी नहीं होती।

इन नौकरियों के लिए सिर्फ स्किल और अनुभव मांगा जाता है। इसमें जूनियर डेटा एनालिस्ट से लेकर साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट तक की जॉब शामिल हैं। आइए जानते हैं आईटी सेक्टर की ऐसी नौकरियों के बारे में जिनके लिए किसी कॉलेज की डिग्री की जरूरत नहीं है।

कंप्यूटर सपोर्ट स्पेशलिस्ट

 

कंप्यूटर सपोर्ट स्पेशलिस्ट कई तरह के काम करते हैं। लेकिन आमतौर पर वे कस्टमर और क्लाइंट्स को उनके कंप्यूटर नेटवर्क, सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर से संबंधित सवालों के जवाब देते हैं। कई लोग कंप्यूटर सपोर्ट स्पेशलिस्ट के तौर पर फुल टाइम काम करते हैं क्योंकि टेक्निकल सपोर्ट की जरूरत 24 घंटे होती है।

 

बतौर कंप्यूटर सपोर्ट स्पेशलिस्ट के रूप में जॉब के लिए कई कंपनियां आईटी सर्टिफिकेट और डिप्लोमा मांगती हैं। कुछ कंपनियां किसी विशेष फील्ड में ग्रेजुएशन की डिग्री भी मांगती हैं। इस तरह बिना इंजीनियरिंग की डिग्री के कंप्यूटर सपोर्ट स्पेशलिस्ट बना जा सकता है। कंप्यूटर सपोर्ट स्पेशलिस्ट के रूप में काम करके औसतन 2 लाख से 12 लाख तक कमाई की जा सकती है।

जूनियर डेटा एनालिस्ट

 

कंपनियों को ऐसे लोगों की जरूरत है जो डेटा को समझते हों और इसका यूज स्टोरी बताने के लिए कर सकें। बतौर जूनियर डेटा एनालिस्ट काम करके हर महीने औसतन साढ़े तीन लाख रुपये है। लेकिन अनुभव होने के बाद अच्छी सैलरी हासिल की जा सकती है। जूनियर डेटा एनालिस्ट बनने के लिए स्टैटिक्स, स्टैटिकल एनालिसिस, बिजनेस इंटेलिजेंस जैसे विषयों में मास्टर्स की डिग्री होनी चाहिए।

 

हेल्प डेस्क एनालिस्ट

 

हेल्प डेस्क एनालिस्ट का काम ऑर्गनाइजेशन और उनके कर्मचारियों की आईटी जरूरतों को पूरा करते हैं। जिसमें कंप्यूटर और नेटवर्क कनेक्शन के साथ समस्याओं का निवारण शामिल है। हेल्प डेस्क वर्क के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यह वर्क फ्रॉम होम भी किया जा सकता है। डेस्क हेल्प एनालिस्ट की सालाना सैलरी औसतन 4 से 5 लाख रुपये है।

कंप्यूटर प्रोग्रामर

 

कंप्यूटर प्रोग्रामर कोड और स्क्रिप्ट लिखते हैं, जो कंप्यूटर प्रोग्राम को काम करने की अनुमति देते हैं। यह काम ज्यादातर प्रोग्रामर ऑफिस में बैठकर करते हैं। लेकिन अब इसे वर्क फ्रॉम होम मोड में करने का चलन बढ़ रहा है। कंप्यूटर प्रोग्रामर सालाना आठ से नौ लाख रुपये तक कमाते हैं।

 

वेब डेवलपर

 

ऐसे तो वेब डेवलपर कई भूमिकाएं निभाते हैं. लेकिन उनका प्राइमरी काम वेबसाइट बनाना और उनका रख-रखाव करना है। भारत में एक वेब डेवलपर सालाना करीब छह लाख रुपये तक कमाता है। इस काम के लिए किसी तरह की डिग्री की जरूरत नहीं है।

 

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