नई दिल्ली ब्यूरो :- कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में आयोजित महंत दिग्विजयनाथ एवं अवेद्यनाथ के पुण्यतिथि सप्ताह समारोह में सभी मठ-मंदिरों के संत-महंतों से आह्वान किया कि वे संस्कृत, संस्कृति और गोरक्षा के लिए आगे आएं। सरकार उनकी हर संभव मदद करने के लिए तैयार है। धार्मिक पीठ सरकार से सहयोग लेकर संस्कृत विद्यालय खोलें। संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए योग्यता के आधार पर शिक्षकों का चयन करें।
संस्कृत, संस्कृति व गोरक्षा के लिए सरकार तीन स्तर पर कार्य कर रही है। गोशालाएं, गो पालकों को प्रोत्साहन और कुपोषित महिलाओं व बच्चों के परिवार को पालने के लिए एक गाय और प्रतिमाह 900 रुपये दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने इसे लेकर दुख जताया कि किसी भी धार्मिक संस्था या मठ ने गोसंरक्षण से जुड़ी सरकार की किसी योजना की मदद नहीं ली। कहा- हमें समझना होगा कि धर्म की रक्षा तभी होगी, जब हम उसके मूल और मूल्यों को जानेंगे । गोरक्षा उसका मूल है। इसलिए हर मठ मंदिर को गोरक्षा में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी होगी।