अमरावती (आंध्र प्रदेश):- विशाखापत्तनम में स्वामी ज्ञानानंद को एक नाबालिग से कथित रूप से दुष्कर्म करने के आरोप में स्वामी ज्ञानानंद व आश्रम के प्रमुख स्वामी पूर्णानंद को गिरफ्तार किया। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
स्वामी पूर्णानंद 500 अधिनियम के तहत संबंधित धाराओं के मामला दर्ज किया गया
उन्होंने कहा कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर, हमने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 (बलात्कार की सजा) और पॉक्सो अधिनियम के तहत संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता का विजयवाड़ा में मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है। मेडिकल रिपोर्ट आने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि बार-बार उनका यौन शोषण किया
दिशा थाने के सहायक पुलिस आयुक्त सीएच विवेकानंद ने बताया कि विजयवाड़ा में पीड़ित किशोरी की शिकायत के आधार पर वेंकोजीपलेम स्थित स्वामी ज्ञानानंद आश्रम के स्वामी पूर्णानंद को गिरफ्तार किया गया। स्वामी पूर्णानंद एक अनाथालय और वृद्धाश्रम चलाते हैं। पीड़िता ने शिकायत में कहा कि आरोपी ने उसे प्रताड़ित किया और बार-बार उसका यौन शोषण किया।
स्वामी पूर्णानंद ने आरोप को झूठा बताया बेशकीमती जमीनों को हड़पने की साजिश
पुलिस आयुक्त ने बताया कि पीड़िता का विजयवाड़ा में मेडिकल परीक्षण जारी है। आश्रम में चार किशोरियों सहित 12 अनाथ बच्चे रहते हैं। इसी दौरान, आश्रम के सदस्यों ने आरोप लगाया कि स्वामी पूर्णानंद के खिलाफ यह मामला उनकी बेशकीमती जमीनों को हड़पने की साजिश है।