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महिंदा और बासिल राजपक्षे को नहीं मिली राहत, 4 अगस्त तक नहीं जा सकेंगे विदेश

कोलंबो :- आर्थिक संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश श्रीलंका में राजनीतिक उथल-पुथल मचा हुआ है। प्रदर्शनकारी लगातार प्रदर्शन भी कर रहे हैं। आर्थिक संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka Crisis) के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) और उनके भाई बासिल राजपक्षे को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली है। श्रीलंका की सुप्रीम कोर्ट ने महिंदा राजपक्षे और बासिल राजपक्षे के विदेश जाने पर लगी रोक को बढ़ा दिया है। दोनों भाई अब 4 अगस्त तक श्रीलंका नहीं छोड़ सकेंगे।

2 अगस्त तक लगाई थी रोक

समाचार एजेंसी रायटर्स की जानकारी के मुताबिक श्रीलंका में आर्थिक संकट को लेकर दोनों भाइयों पर केस दर्ज किया गया है। इस केस में महिंदा और बासिल को प्रतिवादी बनाया गया है। लिहाजा कोर्ट ने उनकी यात्रा पर रोक लगाई हुई है। इससे पहले, 27 जुलाई को भी अदालत ने महिंदा और बासिल की यात्रा पर रोक को 2 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया था।

 

दोनों भाइयों ने दिया था इस्तीफा

गौरतलब है कि श्रीलंका में आर्थिक संकट के चलते विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इन विरोध प्रदर्शनों के चलते दोनों भाइयों को अपने-अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। गोटाबाया राजपक्षे में राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे चुके हैं।

अब कहां जाऊं- रानिल विक्रमसिंघे

श्रीलंका में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच लोग मौजूदा राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी ‘Go Back Home’ के नारे भी लगा रहे हैं। इन नारों पर बोलते हुए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि जब मेरा घर ही प्रदर्शन में जला दिया गया है तो अब मैं किस घर में जाऊं।

प्रदर्शनकारियों से की अपील

रानिल प्रदर्शनकारियों से अपील भी की। रानिल ने कहा, ‘मैं आपसे अपील कर रहा हूं कि ऐसा न करें क्योंकि मेरे पास जाने के लिए कोई घर नहीं है। उनसे घर जाने की मांग करना सिर्फ समय की बर्बादी है, इसके बजाय प्रदर्शनकारियों को उनके जले हुए घर को फिर से बनाने की कोशिश करनी चाहिए।’

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