(नई दिल्ली ) उत्तर-पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कहा कि नए मुख्यमंत्री का चयन पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों में से किया जाना चाहिए। नवनिर्वाचित विधायकों में कई सक्षम नेता हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के एक वर्ग ने कहा कि इस शीर्ष पद के लिए चयन पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों में से किया जाना चाहिए। पांच फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में जीत के बाद बीजेपी दिल्ली में अपनी सरकार बनाने जा रही है। शनिवार को घोषित परिणामों में पार्टी ने 70 में से 48 सीट जीतकर आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर कर दिया।
एक्सप्रेस के अनुसार प्रवेश साहिब सिंह (जाट) जिन्होंने नई दिल्ली से आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराया विजेंद्र गुप्ता (बनिया), पवन शर्मा (ब्राह्मण), पूर्व कांग्रेसी मंत्री अरविंदर सिंह लवली ( सिख), गांधी नगर; राज कुमार चौहान (दलित), जो कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके हैं। मंगोलपुरी; रेखा गुप्ता (बनिया), शालीमार बाग; शिखा रॉय जिन्होंने ग्रेटर कैलाश में सौरभ भारद्वाज को हराकर उलट फेर किया; हरीश खुराना (पंजाबी खत्री), अजय महावर (बनिया), जितेंद्र महाजन (बनिया) और सतीश उपाध्याय (ब्राह्मण), जिन्होंने मालवीय नगर में सोमनाथ भारती को हराया को कुछ न कुछ पद मिलने की संभावना है।
आरएसएस, जिसकी भूमिका मुख्यमंत्री के चयन में केवल एडवाइजरी के तौर पर सीमित होती है। पर संघ कई कारकों के आधार पर सुझाव देगा जिसमें किसी विशेष जाति या समुदाय के मतदाताओं द्वारा भाजपा को दिए गए समर्थन को भी ध्यान में रखा जाएगा। एक बीजेपी नेता के अनुसार आरएसएस चाहता है कि करीब 55 वर्ष आयु वाले स्वच्छ छवि का नेता जिसके पास संगठनात्मक अनुभव भी हो उसे सीएम बनाया जाए।इसके साथ ही सरकार या विधानसभा में किसी महत्वपूर्ण पद के लिए कम से कम एक महिला नेता को चुना जाना तय है।