मुंबई(महाराष्ट्र):- ओला और उबर, दोनों ही प्रमुख कैब एग्रीगेटर्स ने हाल ही में सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (सीसीपीए) के नोटिस का जवाब दिया है जिसमें उन्होंने किराये में भेदभाव के दावों से इनकार किया है। सीसीपीए ने ओला और उबर को नोटिस जारी किया था जिसमें उनसे यह पूछा गया था कि क्या वे अपने ग्राहकों से उनके मोबाइल फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम के आधार पर अलग-अलग किराये वसूलते हैं इस नोटिस के जवाब में ओला और उबर ने स्पष्ट किया है कि वे अपने ग्राहकों से उनके मोबाइल फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम के आधार पर अलग-अलग किराये नहीं वसूलते हैं।
ओला के एक प्रवक्ता ने कहा “हम अपने सभी ग्राहकों के लिए एक समान किराया संरचना बनाए रखते हैं। हम अपने ग्राहकों से उनके मोबाइल फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम के आधार पर अलग-अलग किराये नहीं वसूलते हैं”। उबर ने भी एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया “हम अपने ग्राहकों से उनके मोबाइल फोन के निर्माता के आधार पर अलग-अलग किराये नहीं वसूलते हैं। हम सीसीपीए के साथ मिलकर किसी भी गलतफहमी को दूर करने के लिए तैयार हैं”।
इस मामले में सीसीपीए के नोटिस के बाद ओला और उबर ने अपने ग्राहकों को आश्वस्त किया है कि वे अपने किराये में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करते हैं। यह मामला उपभोक्ता संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और सीसीपीए के नोटिस के बाद ओला और उबर ने अपने ग्राहकों को आश्वस्त किया है कि वे अपने किराये में किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करते हैं।