ठंड का मौसम आते ही बहुत से घरों में तुलसी के पौधे की देखभाल को लेकर समस्याएं उत्पन्न होती हैं। तुलसी का पौधा आयुर्वेद और धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है लेकिन सर्दियों में इसकी देखभाल में थोड़ी सावधानी की जरूरत होती है। ठंड में इसकी पत्तियां सूखने और पौधा मरने का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके घर में रखा तुलसी का पौधा सर्दी में भी हरा-भरा रहे तो इन कुछ आसान और प्रभावी टिप्स को अपनाएं।
नीम का पानी स्प्रे करें
सर्दियों में तुलसी की पत्तियां जल्दी सूख जाती हैं और कीटों का भी हमला होता है। इसे रोकने के लिए आप नीम के पानी का स्प्रे कर सकते हैं। नीम का पानी न केवल कीटों से बचाएगा बल्कि पौधे को पोषण भी देगा और इसकी पत्तियों को हरा बनाए रखेगा। आप पानी में फिटकरी भी मिला सकते हैं जो तुलसी के पौधे को और भी मजबूत बनाएगा।
पानी का सही उपयोग
ठंड के मौसम में तुलसी के पौधे को अधिक पानी देना नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि ठंड में इसकी जड़ें सड़ने लगती हैं। इसलिए इसे एक दिन छोड़कर पानी दें। ध्यान रखें कि मिट्टी पहले से गीली हो तो अतिरिक्त पानी देने की आवश्यकता नहीं है। यह पौधे की जड़ों को सड़ने से बचाएगा।
मिट्टी की निराई करें
सर्दियों में तुलसी के पौधे की मिट्टी की निराई नियमित रूप से करते रहें। इससे मिट्टी में हवा बनी रहती है और जड़ों को सही पोषण मिलता है। निराई करने से मिट्टी सख्त नहीं होती और पौधा स्वस्थ रहता है।
खाद का इस्तेमाल करें
तुलसी को सर्दियों में भी खाद की आवश्यकता होती है। गोबर वर्मी कंपोस्ट या जैविक खाद का उपयोग करें। 15-20 दिन के अंतराल पर खाद डालने से पौधा सही से बढ़ता है और सर्दी में भी जीवित रहता है। खाद पौधे को ताजगी और ताकत देती है।
सूखी पत्तियों को निकालें
ठंड के मौसम में तुलसी की पत्तियां जल्दी सूख जाती हैं और मुरझाने लगती हैं। ऐसे में समय-समय पर सूखी और मुरझाई पत्तियों को हटा दें। इससे पौधे की ग्रोथ प्रभावित नहीं होती और इसकी सुंदरता बनी रहती है।
इन सरल टिप्स को अपनाकर आप अपने घर में तुलसी के पौधे को सर्दी में भी स्वस्थ और हरा-भरा रख सकते हैं। यह न केवल घर की सुंदरता बढ़ाता है बल्कि आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होने के कारण स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।