संभल (उत्तर प्रदेश):- जामा मस्जिद और हरिहर मंदिर के विवाद के बाद से संभल शहर में माहौल तनावपूर्ण है। सोमवार को शहर में बवाल के बाद पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। जामा मस्जिद के आसपास के क्षेत्रों में आगजनी और पथराव के निशान स्पष्ट रूप से देखे जा रहे हैं जो इस हिंसा की गंभीरता को दर्शाते हैं। पुलिस बल की भारी तैनाती के कारण पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रशासन ने अघोषित कर्फ्यू लगा दिया है और शहर में बाहरी लोगों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
बवाल के दूसरे दिन संभल का शहर पहले की तरह गुलजार नहीं था। शंकर चौराहा और तहसील रोड जैसी व्यस्त जगहों पर सुबह के समय सन्नाटा था। जहां आमतौर पर व्यापारियों और ग्राहकों का जमावड़ा रहता था वहीं इस बार लोग डर के कारण घरों से बाहर नहीं निकले। खासकर, मुस्लिम समुदाय के लोग अपने प्रतिष्ठान नहीं खोल पाए। हालांकि हिंदू समुदाय के कुछ व्यापारी दोपहर के समय अपने प्रतिष्ठानों पर पहुंचे।
सभी सरकारी और निजी संस्थान भी इस हिंसा से प्रभावित हुए हैं। जिला अस्पताल जो पहले मरीजों से खचाखच भरा रहता था इस बार सूना नजर आया। केवल एक-दो मरीज ही अस्पताल में देखे गए। शहर के विभिन्न इलाकों में दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के बंद रहने से करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से रैपिड एक्शन फोर्स और यूपी पुलिस के जवानों की संख्या में इजाफा किया गया है। उनकी चौकन्नी निगाहों से माहौल शांत है लेकिन शहर की पूरी स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने अभी तक कर्फ्यू को जारी रखा है। इस पूरे घटनाक्रम ने संभल के कारोबार और सामान्य जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है और शहर के लोग इस समय डर और अनिश्चितता में जी रहे हैं।