इम्फाल/नई दिल्ली:-मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कांग्रेस नेता पी चिदंबरम पर हमला बोलते हुए कहा है कि उन्होंने विदेशियों को भारत में प्रवेश करने और मणिपुर में अवैध आप्रवासियों के साथ संचालन को निलंबित करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने की अनुमति दी थी ।
इस बयान के पीछे का कारण यह है कि मणिपुर में उग्रवाद की समस्या बढ़ रही है और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह इसके लिए पी चिदंबरम को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि पी चिदंबरम ने अपने कार्यकाल में अवैध आप्रवासियों के साथ समझौता किया था जिससे मणिपुर में उग्रवाद बढ़ा है।
पी चिदंबरम ने भी मणिपुर के मुद्दे पर बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को मणिपुर के मामले में दखल नहीं देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को इस्तीफा दे देना चाहिए और राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए।
इस मुद्दे पर मणिपुर की राजनीति गरमा गई है और विभिन्न दलों के नेता अपने-अपने बयान दे रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर आगे क्या होता है।
मणिपुर में उग्रवाद के मुद्दे पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं
– मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह:पी चिदंबरम ने अवैध आप्रवासियों के साथ समझौता किया था जिससे मणिपुर में उग्रवाद बढ़ा है
– पी चिदंबरम:असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को मणिपुर के मामले में दखल नहीं देना चाहिए
– हिमंत बिस्वा सरमा:मणिपुर में स्थिति में सुधार हो हा है और जल्द ही शांति बहाल होगी
यह मुद्दा मणिपुर की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ बन गया है और इसके परिणामस्वरूप राज्य की राजनीतिक स्थिति में बदलाव आ सकता है।