अहमदाबाद (गुजरात):- अहमदाबाद जिसे भारत की पहली हेरीटेज सिटी का दर्जा प्राप्त है आज न केवल अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी अपनी उत्कृष्टता के लिए पहचाना जाता है। यह शहर भारत का सबसे बड़ा डेनिम प्रोड्यूसर होने के साथ-साथ महात्मा गांधी के जीवन और कार्यों से गहराई से जुड़ा हुआ है। यहां 450 से अधिक कॉलेज और सात प्रमुख विश्वविद्यालय हैं जो इसे गुजरात और भारत के शैक्षिक परिदृश्य का प्रमुख केंद्र बनाते हैं।
शहर की प्रमुख यूनिवर्सिटीज:
गुजरात यूनिवर्सिटी (1949):
गुजरात यूनिवर्सिटी राज्य की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज में से एक है। यह कला, विज्ञान, वाणिज्य, कानून और प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रदान करती है। 2024 के एनआईआरएफ रैंकिंग में इसे भारत में 94वां स्थान मिला।
गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (2007):
यह यूनिवर्सिटी अपने इंजीनियरिंग और तकनीकी कार्यक्रमों के लिए प्रसिद्ध है। जीटीयू गुजरात में तकनीकी शिक्षा को नई दिशा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
एनआईपीईआर अहमदाबाद:
राष्ट्रीय औषधि शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान औषधि विज्ञान और अनुसंधान में विशेषज्ञता रखता है। फार्मेसी और संबंधित क्षेत्रों में इसे उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है।
गुजरात विद्यापीठ (1920):
महात्मा गांधी द्वारा स्थापित यह संस्थान पारंपरिक और आधुनिक शिक्षा का अद्भुत संगम है। इसकी शिक्षा प्रणाली भारतीय मूल्यों और व्यावहारिक प्रशिक्षण पर आधारित है।
लकुलिश योग यूनिवर्सिटी (2013):
योग अध्ययन के लिए समर्पित गुजरात की पहली निजी यूनिवर्सिटी जो योग को अकादमिक और व्यावसायिक स्तर पर बढ़ावा देती है।
सीईपीटी यूनिवर्सिटी:
वास्तुकला, डिजाइन और नियोजन में अग्रणी सीईपीटी यूनिवर्सिटी अपने अभिनव पाठ्यक्रम और शोध कार्य के लिए जानी जाती है।
निरमा यूनिवर्सिटी (1995):
निरमा यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग, प्रबंधन, फार्मेसी और कानून के क्षेत्र में विशेष पाठ्यक्रम प्रदान करती है। इसे 2024 की एनआईआरएफ रैंकिंग में 101वां स्थान दिया गया।
अहमदाबाद न केवल शिक्षा बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में भी अपनी पहचान बनाए हुए है। साबरमती नदी के किनारे स्थित यह शहर महात्मा गांधी के आंदोलन का केंद्र था। आज यह आधुनिक और पारंपरिक शैक्षिक संस्थानों का घर है जो हर साल हजारों छात्रों को आकर्षित करता है अहमदाबाद का शैक्षणिक और ऐतिहासिक महत्व इसे भारत का गौरव बनाता है। यह शहर उन सभी के लिए प्रेरणा है जो शिक्षा और सांस्कृतिक विरासत में रुचि रखते हैं।