नई दिल्ली:- दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चांदनी चौक और नई दिल्ली के मंडल प्रभारियों से संवाद किया। इस बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि इस चुनाव में वह किसी रिश्तेदार जान-पहचान वाले या दोस्त को टिकट नहीं देंगे। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर वह खुद चुनाव लड़ेंगे और सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि पार्टी का चेहरा वही रहेगा। उन्होंने टिकट वितरण में भाई-भतीजावाद को नकारते हुए कहा कि उम्मीदवार का चयन उनके काम जीतने की संभावना और जनता की राय पर आधारित होगा।
केजरीवाल ने मंडल प्रभारियों से आग्रह किया कि वे चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। उन्होंने इसे ‘धर्मयुद्ध’ का नाम दिया जहां उनके पास जनता का समर्थन और भगवान का आशीर्वाद है जबकि विपक्ष विशेषकर भाजपा के पास अधिक पैसा और शक्ति है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, डॉ. संदीप पाठक, गोपाल राय आदि भी इस बैठक में मौजूद थे। केजरीवाल ने बताया कि उनकी सरकार ने दिल्ली में कई सुधार किए हैं जैसे मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं के लिए बस यात्रा। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह दिल्ली के विकास कार्यों को नकारने की कोशिश कर रहा है जबकि दिल्ली में अच्छे सरकारी स्कूलों और अन्य योजनाओं के तहत नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिल रही हैं।
बैठक में गोपाल राय ने कहा कि इस चुनाव में हर विधानसभा में अरविंद केजरीवाल का ही चेहरा होगा। डॉ. संदीप पाठक ने बताया कि पार्टी आने वाले दिनों में सभी बूथों पर बैठकें करेगी और वहां के कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेगी ताकि दिल्ली के लिए किए गए कार्यों को बेहतर तरीके से प्रचारित किया जा सके। इस संवाद से स्पष्ट हुआ कि केजरीवाल का फोकस चुनावी रणनीति पर है और वह हर विधानसभा सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत झोंकने की योजना बना रहे हैं।