इमामगंज (बिहार):- बिहार के गया जिले के इमामगंज विधानसभा में उपचुनाव का प्रचार अभियान अब अपने अंतिम चरण में है जहां एनडीए महागठबंधन और जनसुराज पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होता दिख रहा है। लोकसभा चुनाव के कुछ महीनों बाद हो रहे इस उपचुनाव में सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इमामगंज के मतदाताओं में नेताओं के दौरे से उत्सुकता बढ़ी है और पूरे इलाके में चुनावी सरगर्मी चरम पर है।
यह सीट पहले जीतन राम मांझी के पास थी जिन्होंने इस बार गया संसदीय क्षेत्र से जीतकर केंद्रीय मंत्री का पद संभाला है। उनकी खाली हुई विधानसभा सीट पर उनकी बहू दीपा मांझी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर (एनडीए गठबंधन) से चुनावी मैदान में हैं जिनके सामने महागठबंधन से राजद के उम्मीदवार रौशन मांझी और जनसुराज पार्टी से जितेंद्र पासवान हैं। प्रशांत किशोर के नेतृत्व में जनसुराज पार्टी के चुनाव में उतरने के बाद से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है जिससे मुकाबले का रोमांच और बढ़ गया है।
इमामगंज क्षेत्र जो पहले नक्सल प्रभावित इलाका रहा है वहां अब शांति बहाल है। राज्य और केंद्र सरकारों ने इस क्षेत्र में सड़कों, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को पटरी पर लाकर विकास को गति दी है। एक समय ऐसा था जब लोग दिन के उजाले में भी इस इलाके में जाने से कतराते थे लेकिन अब यहां के हालात बदल गए हैं और यह क्षेत्र अब सामान्य जीवन के करीब पहुंच गया है।
आज शाम 5 बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा और 13 नवंबर को मतदान होगा। सभी उम्मीदवार मतदाताओं का समर्थन हासिल करने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं।