भारत और चीन:-भारत और चीन के बीच डिसएंगेजमेंट प्रक्रिया में हुई प्रगति पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि दोनों देशों ने कुछ प्रगति की है लेकिन अभी भी कुछ काम बाकी है। उन्होंने यह भी कहा कि डिसएंगेजमेंट के बाद अन्य कदम उठाए जा सकते हैं लेकिन इसके लिए दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग की आवश्यकता होगी।
जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में भारतीय प्रवासी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और चीन के बीच संबंधों में कुछ सुधार हुआ है लेकिन अभी भी कई चुनौतियाँ हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग की आवश्यकता होगी ताकि दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता बनी रहे।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में विवाद के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। लेकिन हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच बातचीत के कई दौर हुए हैं जिसमें डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया पर सहमति बनी है।
डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया में प्रगति
– दोनों देशों के बीच डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है
– दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग की आवश्यकता होगी ताकि दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता बनी रहे
– दोनों देशों के बीच बातचीत के कई दौर हुए हैं जिसमें डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया पर सहमति बनी है
भारत और चीन के बीच संबंधों की स्थिति
– भारत और चीन के बीच संबंधों में कुछ सुधार हुआ है लेकिन अभी भी कई चुनौतियाँ हैं
– दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग की आवश्यकता होगी ताकि दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता बनी रहे
– दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख में विवाद के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है
इस प्रकार भारत और चीन के बीच डिसएंगेजमेंट प्रक्रिया में हुई प्रगति एक सकारात्मक कदम है लेकिन अभी भी दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग की आवश्यकता होगी ताकि दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता बनी रहे।