ईरान:-ईरान में अमेरिकी-ईरानी पत्रकार की गिरफ्तारी की खबर ने विश्व समुदाय को हिला दिया है। जेसन रेज़ाईन जो द वॉशिंगटन पोस्ट के लिए तेहरान ब्यूरो प्रमुख थ को 2015 में ईरान में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस घटना ने ईरान में पत्रकारों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के मुद्दे पर पुनर्विचार किया है।
रेज़ाईन की गिरफ्तारी के बाद उन्हें 544 दिनों तक ईरान की जेल में रखा गया था, जहां उन्हें यातना और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा था। उनकी रिहाई के बाद उन्होंने अपने अनुभवों को एक पुस्तक में लिखा जिसका शीर्षक “प्रिज़नर: माई 544 डेज़ इन एन ईरानियन प्रिज़न” है।
ईरान में पत्रकारों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक है। ह्यूमन राइट्स वॉच के अनुसार ईरानी अधिकारियों ने पत्रकारों और अल्पसंख्यकों को गिरफ्तार करने और उन्हें यातना देने की घटनाएं बढ़ी हैं। यह घटनाएं ईरान में मानवाधिकारों के उल्लंघन की ओर इशारा करती हैं।
ईरान में पत्रकारों की स्थिति
– _गिरफ्तारी और यातना: ईरानी अधिकारियों ने पत्रकारों को गिरफ्तार करने और उन्हें यातना देने की घटनाएं बढ़ी हैं।
– _मानसिक प्रताड़ना: पत्रकारों को मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है जिससे उनकी मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।
– _प्रतिबंधित स्वतंत्रता: ईरान में पत्रकारों की स्वतंत्रता प्रतिबंधित है जिससे वे अपना काम ठीक से नहीं कर पाते हैं।
इस घटना ने विश्व समुदाय को ईरान में पत्रकारों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान देने की आवश्यकता पर पुनर्विचार किया है। हमें ईरानी अधिकारियों से अपील करनी चाहिए कि वे पत्रकारों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाएं।