(जम्मू कश्मीर):- भारत के प्रमुख फैशन डिजाइनरों में शुमार रोहित बल का निधन हाल ही में हुआ जिसने फैशन इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ा दी। रोहित बल पिछले कुछ समय से दिल से संबंधित बीमारी से जूझ रहे थे। उनके निधन के साथ ही उनके जीवन की कई अनकही कहानियाँ और संघर्ष भी सामने आए हैं।
रोहित बल का जन्म 1961 में कश्मीर के एक परिवार में हुआ था। उनका परिवार एक समृद्ध पृष्ठभूमि से था लेकिन उन्हें कश्मीर छोड़ने की मजबूरी का सामना करना पड़ा। 1990 के दशक में जब कश्मीर में आतंकवाद बढ़ा तो उनके परिवार को कश्मीर छोड़कर दिल्ली में बसने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस कठिन समय ने रोहित के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।
दिल्ली में आकर रोहित ने अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ाया। उन्होंने एनआईडी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन) से फैशन डिजाइनिंग की पढ़ाई की और 1990 के दशक में अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने अपने अनोखे डिजाइनों और पारंपरिक भारतीय तत्वों को आधुनिकता के साथ मिलाकर एक अलग पहचान बनाई। उनका काम न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रशंसा प्राप्त करने लगा।
रोहित बल ने अपनी पहचान बनाने के लिए कई बड़े नामों के साथ काम किया और उनके संग्रह में भारतीय संस्कृति की झलक साफ दिखाई देती है। उनके डिजाइन अक्सर रॉयल्टी और ग्रेस का प्रतीक माने जाते थे। उन्होंने कई बड़े फैशन शो में हिस्सा लिया और अपने अनोखे दृष्टिकोण से फैशन की दुनिया में एक नया आयाम जोड़ा।
रोहित बल का निधन एक युग का अंत है। उनकी रचनात्मकता और संघर्ष ने उन्हें न केवल फैशन उद्योग में बल्कि समाज में भी एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। उनकी यात्रा यह दर्शाती है कि कठिनाइयों के बावजूद अगर व्यक्ति में संघर्ष करने का जज़्बा हो तो सफलता निश्चित है।
रोहित बल के योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और उनका काम आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।