पुणे (महाराष्ट्र):- पुणे टेस्ट मैच की पहली पारी में 11 रन दूसरी इनिंग में 9 रन। वानखेड़े में बिना खाता खोले आउट। पिछली तीन पारियों को देखकर आप भी यहीं कहेंगे कि सरफराज खान हाथ आए मौके को भुनाने में नाकाम हो रहे हैं। मगर सच्चाई तो यह है कि युवा बल्लेबाज के साथ टीम मैनेजमेंट का अलग ही गेम खेल रहा है। बेंगलुरु में 150 रन की पारी खेलने वाले सरफराज अगर इस तरह नाकाम हो रहे हैं, तो इसके पीछे की वजह भारतीय टीम के फैसले भी हैं।
सरफराज के साथ हो रही नाइंसाफी?
अब आप भी सोच रहे होंगे कि सरफराज के बल्ले से रन नहीं निकल रहे तो इसमें टीम मैनेजमेंट का क्या कसूर है। कसूर है जनाब। बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट मैच में सरफराज ने दोनों ही पारियों में नंबर चार पर बल्लेबाजी की थी। दूसरी इनिंग में सरफराज के बल्ले से 150 रन की दमदार पारी भी निकली थी। हालांकि शानदार पारी खेलने के बावजूद सरफराज की बैटिंग पोजीशन से दूसरे ही टेस्ट मैच में खिलवाड़ शुरू हो गया।