महाराष्ट्र (मुंबई):- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर महाविकास अघाड़ी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने चुनावी रणनीति को मजबूत करने के लिए बड़े पैमाने पर जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। आरएसएस की यह रणनीति हरियाणा में हुई चुनावी सफलता को देखते हुए तैयार की जा रही है। आरएसएस के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार चुनावी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए राज्यभर में मतदाता जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करते हुए 300,000 से अधिक छोटी बैठकें आयोजित की जाएंगी। इस अभियान के तहत आरएसएस तीन मुख्य कार्यक्रमों का आयोजन करेगा।
लोकसभा चुनाव में विपक्ष ने “संविधान बचाओ” का नारा दिया था जिससे बीजेपी को नुकसान हुआ था। इसके जवाब में आरएसएस “संविधान सम्मान” नामक एक विशाल अभियान शुरू करने जा रहा है। इसका उद्देश्य लोगों को यह बताना होगा कि कैसे कांग्रेस ने संविधान का अपमान किया है और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के खिलाफ विरोध किया है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करना है। इसमें आरएसएस उम्मीदवारों के अच्छे और बुरे पहलुओं के बारे में चर्चा करेगा और विभिन्न राजनीतिक दलों के घोषणापत्रों का विश्लेषण करेगा।
इस कार्यक्रम के तहत आरएसएस नागरिकों से अपील करेगा कि वे मतदान से पहले सावधानी से विचार करें। लोकतंत्र की पवित्रता को बनाए रखने पर जोर दिया जाएगा।
आरएसएस ने हरियाणा में मिली सफलता को दोहराने की कोशिश की है। इसके लिए उन्होंने महाराष्ट्र में अपने स्वयंसेवकों के माध्यम से 50,000 से अधिक छोटी बैठकें और जनसंपर्क प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस तरह की योजनाएं न केवल मतदाता जागरूकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हैं बल्कि यह बीजेपी को चुनाव में जीत दिलाने की दिशा में भी एक मजबूत कदम साबित हो सकती हैं। इस प्रकार महाविकास अघाड़ी के सामने चुनौती और बढ़ती जा रही है और अब देखना होगा कि इस बार बीजेपी की रणनीति कितना प्रभावी होती है।