Dastak Hindustan

सीतापुर (उत्तर प्रदेश):- मिश्रिख कोतवाली इलाके में महंत की हत्या के मामले में पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये आरोपी एक महिला और उसके बेटे हैं जिन पर महंत के साथ अवैध संबंधों के चलते हत्या करने का आरोप है। महंत मनिरामदास, जो नैमिषारण्य से 84 कोषीय परिक्रमा में शामिल हुए थे, की हत्या 24 मार्च को हुई थी। उनके भतीजे ने बताया कि महंत ने अंतिम बार फोन पर बात की थी जिसमें उन्होंने पंचकोशीय परिक्रमा पूरी करके घर लौटने की बात कही थी। लेकिन जब वे घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने 26 मार्च को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

पुलिस ने खोजबीन शुरू की और 29 मार्च को महंत का शव बोरे में बंद और टुकड़ों में काटकर फेंका हुआ मिला। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वाट टीम सहित पांच टीमों का गठन किया। पुलिस जांच के दौरान यह जानकारी मिली कि आरोपी महिला गंगादेवी, जिसे छोटी बिटिया भी कहा जाता है के घर पर तंत्र-मंत्र का उपयोग किया जा रहा था। पुलिस ने महंत के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल की मदद से महिला के घर का पता लगाया और वहां जाकर गहन छानबीन की।

पुलिस ने महिला और उसके बेटे सोनू को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान महिला ने अपने बेटे के साथ मिलकर महंत की हत्या करने और शव को ठिकाने लगाने की पूरी कहानी बताई। इसके बाद पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त दो धारदार हथियार बांका और हसिया भी बरामद किए। पुलिस ने दोनों मां-बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस मामले की तफ्तीश जारी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि महंत के तंत्र विद्या में संलिप्त होने के कारण महिला को सामाजिक अपमान का सामना करना पड़ा जिससे उन्होंने हत्या का फैसला किया। यह घटना न केवल एक अपराध है बल्कि यह तंत्र-मंत्र के नाम पर हो रहे काले कारनामों की ओर भी इशारा करती है जो समाज में खतरनाक प्रवृत्तियों को जन्म देती है। इस प्रकार इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने यह साबित कर दिया है कि वे किसी भी अपराध को सुलझाने में गंभीरता से काम कर रही हैं।

शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *