ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हाल हुई मुलाकात और लद्दाख समझौते पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
ओवैसी ने कहा “जब गलवान में झड़प हुई थी मैंने उस वक्त भी कहा था कि चीन हमारी जमीन पर घुसकर बैठा है। अगर आज यह समझौता हुआ है तो इसका मतलब यह है कि प्रधानमंत्री ने 4 साल पहले देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया था।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह समझौता भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है। ओवैसी ने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि क्या वे इस समझौते की विस्तार से जानकारी देंगे और क्या वे संसद में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
इस प्रतिक्रिया से स्पष्ट है कि ओवैसी इस समझौते को भारत के लिए अनुकूल नहीं मानते हैं और प्रधानमंत्री से जवाबदेही की मांग कर रहे हैं।