लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- उत्तर प्रदेश में आगामी 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस ने एक बड़ा राजनीतिक निर्णय लेते हुए अपने उम्मीदवार न उतारने का फैसला किया है। इसके बजाय, कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशियों के लिए प्रचार करेंगे। यह कदम ‘इंडिया गठबंधन’ की एकजुटता को मजबूती देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस महत्वपूर्ण निर्णय की जानकारी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर साझा की। उन्होंने कहा, “बात सीट की नहीं, जीत की है।” इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इन सभी 9 सीटों पर समाजवादी पार्टी ‘साइकिल’ चुनाव चिन्ह पर अपने प्रत्याशी उतारेगी, जिन्हें गठबंधन का समर्थन प्राप्त होगा। यह रणनीति विपक्षी दलों की एकता को दिखाती है, जिसका मकसद भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एक मजबूत चुनौती पेश करना है।
इस फैसले के बाद से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है, क्योंकि यह उत्तर प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस और सपा के बीच बढ़ती नजदीकियों का संकेत माना जा रहा है। अब देखना होगा कि यह गठबंधन आने वाले उपचुनाव में कैसा प्रदर्शन करता है और क्या यह रणनीति विपक्ष को मजबूत बनाने में कारगर साबित होती है।
दरअसल, यूपी चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन के अंदर मतभेद की बात सामने आ रही थी। काफी समय से प्रत्याशियों के नाम को लेकर भी संशय बरकरार था। समाजवादी पार्टी द्वारा पहले 6 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया गया था। उसके बाद बची हुई सीटें कांग्रेस के पाले में जाने की बात सामने आई। हालांकि काफी समय तक यह खबर सुर्खियों में रही लेकिन अंत में बुधवार रात में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा सोशल साइट एक्स पर मैसेज पोस्ट करते हुए पूरी तस्वीर साफ कर दी गई। उन्होंने लिखा कि आप सभी सीटों पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे।
साइकिल निशान पर चुनाव लड़ेगा इंडिया
उत्तर प्रदेश में आगामी 9 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में “इंडिया गठबंधन” ने एक नई रणनीति अपनाते हुए सभी सीटों पर समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ के तहत चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अखिलेश यादव ने अपने संदेश में स्पष्ट किया, “बात सीट की नहीं, जीत की है।” इस घोषणा के साथ, यह भी साफ हो गया है कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी एकजुट होकर इस चुनाव में भाग लेंगी और कंधे से कंधा मिलाकर एक बड़ी जीत हासिल करने के लिए काम करेंगी।
कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं के साथ आने से समाजवादी पार्टी की शक्ति कई गुना बढ़ गयी है। इस अभूतपूर्व सहयोग और समर्थन से सभी 9 विधानसभा सीटों पर ‘इंडिया गठबंधन’ का एक-एक कार्यकर्ता जीत का संकल्प लेकर नयी ऊर्जा से भर गया है। ये देश का संविधान, सौहार्द और PDA का मान-सम्मान बचाने का चुनाव है। इसीलिए हमारी सबसे अपील है : एक भी वोट न घटने पाए, एक भी वोट न बँटने पाए। देशहित में ‘इंडिया गठबंधन’ की सद्भाव भरी ये एकता और एकजुटता आज भी नया इतिहास लिखेगी और कल भी। गठबंधन न केवल राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन है, बल्कि भाजपा के खिलाफ एक संगठित मोर्चे के रूप में विपक्ष की नई सोच को भी दर्शाता है। अखिलेश यादव के अनुसार, यह उपचुनाव केवल सीटों की लड़ाई नहीं, बल्कि “इंडिया” गठबंधन की साझा सफलता का प्रतीक बनेगा।