नई दिल्ली :- जब भी हम जरूरी काम के दौरान या मोबाइल नेटवर्क में समस्या का सामना करते हैं तो हम अक्सर फोन को फ्लाइट मोड में डाल देते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जो लोग विमान से यात्रा करते हैं वे फ्लाइट मोड ऑन करते हैं या नहीं? विमान में फ्लाइट मोड का ऑन होना कितना जरूरी है?
60 साल पुरानी रेडियो व्यवस्था क्यों है
अगर आपके दिमाग में इस तरह के सवाल हैं, तो आज हम इस विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे। वर्तमान में हम टेक्नोलॉजी में अत्यधिक प्रगति कर चुके हैं, बावजूद इसके, विमान में अभी भी 60 साल पुरानी रेडियो व्यवस्था ही लागू है। अगर आप विमान से यात्रा कर रहे हैं, तो आपकी सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बंद होनी चाहिए।
केबिन क्रू के निर्देशों का पालन करना जरूरी
इन नियमों का पालन न करने पर सजा का प्रावधान है। कई बार ऐसा देखा गया है कि यात्री इन नियमों का पालन नहीं करते और फोन इस्तेमाल करते रहते हैं। यदि आप केबिन क्रू के निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, तो एयरलाइंस आपके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकती हैं। इस मामले में आपको विमान से उतारा जा सकता है और इसे सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन माना जाएगा। उड़ान के दौरान फोन चलाने पर आपको बीच में विमान रोककर उतारा जा सकता है और पुलिस को सौंपा जा सकता है।