शिमला (हिमाचल प्रदेश):- बॉलीवुड अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत के तीनों कृषि कानून को वापस लाने की मांग के बाद से विवाद बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने कहा ,“यह उनकी व्यक्तिगत राय थी, पार्टी की नहीं।” उन्होंने कहा कि उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची हो तो उन्हें खेद है। हिमाचल प्रदेश बीजेपी ने भी उनके बयान से दूरी बना ली है। इस बीच मंडी सांसद ने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली है। कंगना रनौत ने कहा कि अगर में बयान से किसी को बूरा लगा हो तो उसके लिए खेद है मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।
कंगना ने बुधवार को शिमला में कहा कि 2021 में रद्द किए गए तीन कृषि कानूनों को वापस लाने की उनकी मांग उनकी निजी राय थी। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उनके बयान से कई लोग निराश हुए हों, जिसके लिए उन्हें खेद है।
कंगना रनौत ने दिया था ये बयान
कंगना रनौत ने मंगलवार को मंडी में एक कार्यक्रम में कहा था कि तीन कृषि कानूनों का विरोध केवल कुछ राज्यों में हुआ था। उन्होंने कहा था कि भारत की प्रगति में किसान मजबूती का स्तंभ हैं। केवल कुछ राज्यों में ही उन्होंने कृषि कानूनों का विरोध किया था। मैं हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि किसानों के हित में कृषि कानूनों को वापस लाया जाए। लेकिन बुधवार को उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा किकिसान कानूनों पर मेरे विचार निजी हैं और वे उन बिलों पर पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।