लखनऊ (उत्तर प्रदेश):-अप्रेल से जुलाई तक ग्रमी का भीषण प्रकोप होता है और इसी में हम सबको आए दिन तारो में आग लगने की खबर मिलती रहती है वहीं अब इन ही तारो के बीच फैला हुआ है इंटरनेट कि तारो का मकड़ जाल। इससे न केवल इंटरनेट सेवाएं प्रभावित होती हैं, बल्कि आसपास की दुकानें और घर भी आग की चपेट में आ सकते हैं। कई इलाको में बंदरो का प्रकोप है वो अकसर तारो पर झूलते हुए नजर आते है और अकसर वो हादसो का शिकार स्वंय भी होते है और लोगो को भी कर दैतै है।
विद्युत विभाग को इस मामले में कार्यवाही करनी चाहिए और इंटरनेट कंपनियों को अपने तारों को व्यवस्थित करने के लिए निर्देश देने चाहिए। लेकिन ऐसा लगता है कि विभाग केवल घटना होने के बाद ही जागता है, जिससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
यह समस्या न केवल लखनऊ में है, बल्कि देश के कई हिस्सों में विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। इसलिए, विद्युत विभाग को अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए और समय पर कार्यवाही करनी चाहिए।