नई दिल्ली :- देश में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए सोमवार को ‘भारत स्टार्टअप नॉलेज एक्सेस रजिस्ट्री’ (भास्कर) मंच की शुरुआत की गई। यह स्टार्टअप, निवेशकों, सलाहकारों, सेवा प्रदाताओं और सरकारी निकायों समेत सभी प्रमुख हितधारकों के बीच सहयोग एवं विचारों के आदान-प्रदान का केंद्र होगा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भास्कर मंच की शुरुआत करते हुए कहा, यह सलाह पाने और फंडिंग जैसी विभिन्न जरूरतों को पूरा करने की जद्दोजहद में लगे स्टार्टअप के लिए संपर्क का एकल केंद्र बनेगा। वर्तमान में देशभर में 1.46 लाख से अधिक सरकारी मान्यता प्राप्त स्टार्टअप हैं। इस तरह, भारत दुनिया का सबसे गतिशील स्टार्टअप गढ़ बनकर उभरा है।
दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल रजिस्ट्री बनाना है लक्ष्य
भास्कर मंच का प्राथमिक लक्ष्य स्टार्टअप तंत्र से जुड़े हितधारकों के लिए दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल रजिस्ट्री तैयार करना है। इस लक्ष्य को पाने के लिए यह मंच नेटवर्किंग और सहयोग मुहैया कराएगा। संसाधनों तक केंद्रीकृत पहुंच देगा। व्यक्तिगत पहचान बनाएगा। खोज क्षमता बढ़ाएगा और भारत के वैश्विक ब्रांड का समर्थन करेगा।
गैर-लाभकारी कंपनी बनाकर सभी निकायों को साथ लाने की तैयारी
गोयल ने कहा, कंपनी कानून की धारा-8 के तहत एक गैर-लाभकारी इकाई बनाने का निर्णय लिया गया है। इसमें स्टार्टअप इंडिया से जुड़ी सभी पहलों और निकायों को साथ लाया जाएगा। यह कंपनी ‘इन्वेस्ट इंडिया’ की तरह उद्योग नेतृत्व वाली हो सकती है, जो अपने मामलों का प्रबंधन कर सकती है।
मंत्री ने कहा, हम इसे उत्प्रेरक के रूप में समर्थन देंगे। इसका स्वतंत्र बोर्ड और संगठनात्मक ढांचा होगा। इसकी निगरानी होगी। राष्ट्रीय स्टार्टअप सलाहकार परिषद भी इसका हिस्सा हो सकती है।
गोयल ने उद्यमियों और स्टार्टअप को समर्पित एक टाउनशिप बनाने का भी सुझाव दिया। इसका उद्देश्य अमेरिकी सिलिकॉन वैली की सफलता को दोहराना है।