नई दिल्ली :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंगापुर और ब्रुनेई की यात्रा खत्म करने के बाद भारत के लिए रवाना हो गए हैं। यात्रा के दौरान उन्होंने दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व के साथ ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत बनाने, साझेदारी मजबूत करने और दो दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से निवेश आकर्षित करने पर व्यापक चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर के अपने पूर्व समकक्ष ली सीन लूंग से मुलाकात की और उन्हें भारत-सिंगापुर संबंधों का मजबूत समर्थक बताया तथा दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के विकास में उनके योगदान की सराहना की। मोदी की दो दिवसीय सिंगापुर यात्रा के साथ ही दोनों देशों ने अपने द्विपक्षीय संबंधों का दायरा व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाते हुए सेमीकंडक्टर में सहयोग सहित चार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। प्रधानमंत्री मोदी ने 81 वर्षीय एमेरिटस वरिष्ठ मंत्री गोह चोक तोंग से भी मुलाकात की, जो सिंगापुर के दूसरे प्रधानमंत्री थे। इससे पहले दिन में उन्होंने सिंगापुर के नेतृत्व की तीन पीढ़ियों के साथ जुड़ने के प्रयास में सिंगापुर के अपने समकक्ष लॉरेंस वोंग से मुलाकात की।
उन्होंने भारत-सिंगापुर संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मोदी ने तोंग के प्रधानमंत्री रहने के दौरान और उसके बाद भारत के लिए उनके अमूल्य समर्थन की सराहना की। इसने कहा कि दोनों नेताओं ने भारत-सिंगापुर संबंधों में हाल के विकास पर विचार साझा किए और द्विपक्षीय सहयोग को एक नए स्तर पर ले जाने के तरीकों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रुनेई के दौरे पर पहुंचे थे। इस वर्ष दोनों देश अपने राजनीतिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस अवसर पर दोनों देशों ने अपने संबंधों को एन्हांस पार्टनरशिप का दर्जा देने का निर्णय लिया है।