नई दिल्ली :- दिल्ली से बेसमेंट में हुए हादसे के बाद जिला प्रशासन कुछ दिनों के लिए जागा था। पहले कुछ बेसमेंट पर कार्रवाई कर खानापूरी की गई और उसके बाद अवैध होटलों पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ पांच होटलों पर कार्रवाई हुई। उसके बाद किसी होटल पर कार्रवाई नहीं हुई जबकि शहर कैंट की परेड कोठी, विजयानगरम, इंग्लिशया लाइन, मलदहिया, गोदोलिया, दशाश्वमेध, अस्सी और लंका समेत अन्य क्षेत्रों में करीब दो हजार से अधिक होटल पांच फुट जैसी पतली गलियों में बिना किसी एनओसी के चल रहे हैं।
इन होटलों के पास अग्निशमन विभाग से एनओसी तक नहीं है। शहर के कई होटल मानकों को ताक पर रखकर चल रहे हैं। इन होटलों में कोई मानक पूरा नहीं है। इन संकरी जगहों पर चल रहे होटल में दमकल वाहनों के जाने की गुंजाइश नहीं है। मकानों को होटल में तब्दील कर दिया गया है। उनमें आने-जाने का सिर्फ एक ही गेट है। ऐसे में कोई दुर्घटना हो जाए तो कैसे बाहर निकलकर बचाव करेंगे, यह बड़ा सवाल है।