नई दिल्ली:- एनडीआरएफ डीआईजी मोहसिन शाहिदी ने वायनाड भूस्खलन पर बताया कि इस घटना में 200 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है। 200 से ज्यादा लोग घायल हैं।पहले दिन 150 लोगों को बचाया गया था। लोगों को निकाला जा रहा है। ब्रिज टूट गया था अभी इसे ठीक करने का काम हो रहा है, इसके साथ ही एक मिनी ब्रिज भी बनाया गया है। बचाव कार्य जारी है एनडीआरएफ की 4 टीमें मौजूद हैं आर्मी डीएसजी दमकल विभाग एसडीआरएफ एयरफोर्स कोस्ट गार्ड की पर्याप्त टीमें मौजूद है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बादल फटने से अफरा-तफरी का माहौल है। हिमाचल सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सुबह करीब 4:40 बजे एक ही रेंज में 3-5 बादल फटे हैं। लगभग 50 लोग लापता हैं 2 शव बरामद हुए हैं। अगले 36 घंटों में भारी बारिश की संभावना है। उत्तराखंड में बादल फटने से गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग पर कई स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
मोहसिन शाहिदी ने हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना पर बताया एनडीआरएफ की करीब 14 टीमें हिमाचल में तैनात है। कुल्लू, मंडी, शिमला में बादल फटने की 3 घटनाएं सामने आई हैं। आज सुबह ही हमारी 2 टीमें मंडी के लिए तैनात की गई है। कुल्लू में भी बचाव कार्य जारी है। रामपुर में भी बादल फटा है वहां 6 लोगों को बचाया गया है। 3 लोगों की मृत्यु हुई है और 52 लोग लापता हैं।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने वायनाड भूस्खलन पर कहा कि लापता लोगों की तलाश के लिए नदी में बचाव अभियान जारी रहेगा। बचाए गए लोगों को अस्थायी रूप से शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। पुनर्वास कार्य जल्द से जल्द किया जाएगा, जैसा कि हमने पहले की स्थितियों में भी किया है। मैं मीडिया से अनुरोध करता हूं कि वे लोगों से मिलने और शिविरों के अंदर शूटिंग करने से बचें। आप उनसे शिविरों के बाहर बात कर सकते हैं व्यक्तियों की गोपनीयता की रक्षा करना महत्वपूर्ण है।
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