रांची (झारखंड):- संतोष गंगवार ने राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल पद की शपथ ली। झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एसएन प्रसाद ने उन्हें शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विधानसभाध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो, मंत्री मिथलेश ठाकुर, दीपिका पांडेय सिंह, इरफान अंसारी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, उच्च न्यायालय के कई न्यायाधीश, मुख्य सचिव अविनाश कुमार, राज्यपाल के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी तथा विभिन्न विभागों के सचिव आदि मौजूद रहे।
शपथ ग्रहण करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वे अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन निष्ठापूवर्क करेंगे तथा राज्य की जनता के कल्याण के लिए काम करेंगे। इससे पहले राज्य के मुख्य सचिव एल खियांग्ते ने उनके राज्यपाल के रूप में नियुक्ति का पत्र पढ़ा। समारोह का शुभारंभ और अंत राष्ट्रगान से हुआ।
राज्यपाल की शक्तियां एवं कार्य
संपरीक्षा प्रतिवेदन: भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक के किसी राज्य के लेखाओं संबंधी प्रतिवेदनों को उस राज्य के राज्यपाल के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा, जो उनको राज्य के विधान मण्डल के समक्ष रखवाएगा ।
राज्यों के राज्यपाल:- प्रत्येक राज्य के लिए एक राज्यपाल होगा । परन्तु इस अनुच्छेद की कोई बात एक ही व्यक्ति को दो या अधिक राज्यों के लिए राज्यपाल नियुक्त किये जाने से निवारित नहीं करेगी ।
अनुच्छेद 154. राज्य की कार्यपालिका शक्ति:
(1) राज्य की कार्यपालिका शक्ति राज्यपाल में निहित होगी और वह इसका प्रयोग इस संविधान के अनुसार स्वयं या अपने अधीनस्थ अधिकारियों के द्वारा करेगा।
(2) इस अनुच्छेद की कोई बात-
(1) किसी विद्यमान विधि द्वारा किसी अन्य प्राधिकारी को प्रदान किये गये कृत्य राज्यपाल को अंतरित करने वाली नहीं समझी जाएगी।
(2) राज्यपाल के अधीनस्थ किसी प्राधिकारी को विधि द्वारा कृत्य प्रदान करने से संसद या राज्य के विधान-मण्डल को निवारित नहीं करेगी ।