नई दिल्ली: दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर की घटना के मद्देनजर पटना जिला मजिस्ट्रेट ने जिले भर के सभी कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए एक जांच टीम बनाई।
ओल्ड राजिंदर नगर में प्रदर्शन करती छात्रा भूमि ने कहा कि कब तक ये सब चलता रहेगा? अधिकांश पुस्तकालय बेसमेंट में चल रहे हैं। हम चाहते हैं कि इन पुस्तकालयों में सुरक्षा उपायों पर ध्यान दिया जाए।
हम एमसीडी, दिल्ली जल बोर्ड और अन्य उच्च अधिकारियों की भागीदारी देखना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि जो एफआईआर दर्ज हुई है उस पर कार्रवाई हो। हम परिवार के लिए कुछ मुआवजा चाहते हैं। हमारी मांगें बहुत बेसिक हैं। हमारे कमरे के किराये और पर्सनल से संबंधित हमारी कोई व्यक्तिगत मांग नहीं है जिसे उजागर किया जा रहा है।
डीएम ने जारी किया पत्र:-
डीएम चंद्रशेखर की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि जांच टीम के सदस्य अग्निशमन अधिकारी, बीईओ, सीओ और क्षेत्र के थानाध्यक्ष होंगें। जारी आदेश में ये भी कहा गया है कि कोचिंग संस्थानों के रजिस्ट्रेशन, प्रवेश, निकास की व्यवस्था, सुरक्षा मानकों, बिल्डिंग बायलॉज, फायर सेफ्टी, इमरजेंसी हालात से निपटने की व्यवस्था की जांच होगी। व्यवस्था ठीक नहीं होने पर जिला प्रशासन आगे की कार्रवाई कर सकता है।
क्या कहा मेयर शैली ओबेरॉय ने:-
ओल्ड राजेंद्र नगर घटना पर दिल्ली मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि राजेंद्र नगर में एक दुखद घटना हुई जहां एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई। जैसे ही इस घटना का पता चला मैं मौके पर पहुंची और जायजा लिया। इस दुखद घटना को देखते हुए मैंने दिल्ली के एमसीडी कमीश्नर को एक चिट्ठी लिखते हुए निर्देश दिए कि दिल्ली में जितने भी ऐसे कोचिंग सेंटर हैं जो अवैध तरीके से चल रहे हैं। उन सब पर कार्रवाई की जाए। दूसरा परसो जो घटना हुई उसके जितने जिम्मेदार अधिकारी हैं उन पर भी कार्रवाई की जाए। कल ही एमसीडी ने अपनी कार्रवाई शुरू की और राजेंद्र नगर में अपनी सीलिंग ड्राइव चलाई जिसमें 13 कोचिंग सेंटर्स को सील कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि आज मुखर्जी नगर इलाके में भी सीलिंग ड्राइव हुई। परसो की घटना को देखते हुए आज एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई। साफ निर्देश दिए गए कि दिल्ली में चलने वाले जितने भी अवैध कोचिंग सेंटर्स हैं। उन सभी पर कार्रवाई की जाए। अगर कोई भी अधिकारी ऐसी घटना में जिम्मेदार पाया जाएगा तो उस पर भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।