(देहरादून):प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देहरादून आ रहे हैं। जिसे लेकर भाजपा पूरी तैयारियों में जुटी है। मोदी की महारैली में 1 लाख से ज्यादा लोगों के आने का भाजपा दावा कर रही है। लेकिन इस महारैली से पहले भाजपा के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह के कांग्रेस में जाने की खबरों ने अचानक से भाजपा की नींद जरुर उड़ा दी। हालांकि हरक सिंह ने खुद इस तरह की खबरों का खंडन किया है। हरक सिंह ने भाजपा से त्यागपत्र देकर उनके कांग्रेस में शामिल होने की सोशल मीडिया पर वायरल खबरों को उन्होंने कुछ लोगों की शरारत करार दिया। कहा मैं इनका खंडन करता हूं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली जितना जरुरी भाजपा के लिए है, उतना ही जरुरी हरक सिंह के लिए है। पीएम नरेंद्र मोदी जब-जब उत्तराखंड आए, हरक सिंह का कद हमेशा बढ़ा है। पहले पीएम ऋषिकेश में एक कार्यक्रम में आए तो हरक सिंह की एक फोटो खास चर्चा में रही, जब हरक सिंह से पूछा गया तो हरक सिंह ने खुद मीडिया को बताया कि पीएम ने उनसे पूछा कि हरक कैसे चल रही हनक। इसके बाद पीएम केदारनाथ आए तो सबको दरकिनार करते हुए पीएम के कार्यक्रम में हरक सिंह को खास तवज्जो दी गई। सीएम धामी के बगल में हरक सिंह को कुर्सी मिली। जब कि सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल जैसे दिग्गज कार्यक्रम से दूर रहे। इस तरह पीएम के कार्यक्रम में हरक सिंह को खास तवज्जो देने के पीछे हरक सिंह को मनाये रखना ही माना जाता है। हरक सिंह जब भी नाराज होते हैं, तो वे कुछ नया करने की सोचते हैं, जो कि हमेशा पार्टी के लिए नुकसान दायी माना जाता है। ऐसे में हरक सिंह को पीएम की 4 दिसंबर को होने वाली रैली में तवज्जो मिलने का डर सताने लगा है। जिस कारण वे सामने आए और कहीं न जाने की बात की है। हरक सिंह के कांग्रेस में जाने की खबर प्रीतम सिंह के साथ बंद कमरे में हुई मुलाकात के बाद ही उड़ी है। लेकिन इस बार हरक सिंह ने इन सभी खबरों पर विराम लगा दिया। हालांकि हरक सिंह कब तक अपनी बात पर कायम रहते हैं, ये भी देखना दिलचस्प होगा।जिस तरह की खबरें लगातार कांग्रेस सूत्र दावा कर रहे थे, शुक्रवार को उस पर मुहर लग गई। पीएम नरेंद्र मोदी की 4 दिसंबर की रैली का जबाव देने के लिए कांग्रेस ने भी राहुल गांधी की रैली कराने की तैयारी कर ली है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बताया कि आगामी 16 दिसंबर को राहुल गांधी की रैली का आयोजन राजधानी देहरादून में किया जाएगा। इस दौरान वे सैनिक सम्मान समारोह रैली व जनसभा को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि जनसभा के लिए स्थान अभी तय नहीं किया गया है। जल्द ही पूरी योजना तैयार कर ली जाएगी। कांग्रेस भाजपा के विजय संकल्प शंखनाद महारैली का जबाव सैनिक सम्मान और परिवर्तन रैली के जरिए देगी। कांग्रेस सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस भी ऐतिहासिक परेड मैदान में ही राहुल गांधी की रैली को आयोजित करेगी। जो कि पीएम मोदी की रैली का जबाव देने के लिए ही होगी। पीएम मोदी के आने से एक दिन पहले ही राहुल गांधी के देहरादून आने का ऐलान किया गया है।