नई दिल्ली:- भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, “शीशमहल अब शोषण महल बन चुका है। मुख्यमंत्री के सामने राज्यसभा महिला सांसद का द्रौपदी की तरह चीरहरण किया गया और उसपर 72 घंटे तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, 30-32 घंटे बाद संजय सिंह ने एक बयान दिया और जिस व्यक्ति को उन्होंने आरोपी बताया उसे ही सरंक्षण देने का काम किया जाता है।”
72 घंटों से महिला विषय पर प्रखर होकर बोलने वाली स्वाति मालीवाल चुप हैं, कल संजय सिंह उनके घर पर दबाव डालने भी गए थे। साफ है कि जो हिंसा स्वाति मालीवाल के साथ हुई वह विभव कुमार ने नहीं बल्कि केजरीवाल ने कराई। अरविंद केजरीवाल को न केवल इस्तीफा देना चाहिए बल्कि बताना चाहिए कि क्या यही इनके महिला सशक्तिकरण का मॉडल है?