नई दिल्ली:- राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,”ये सदन हर 2 वर्ष के बाद एक नई प्राणशक्ति और ऊर्जा प्राप्त करता है। हर दो साल में होने वाली विदाई है वो विदाई एक प्रकार से विदाई नहीं होती है बल्कि वो ऐसी स्मृतियों को यहां छोड़कर जाते हैं जो स्मृतियां आने वाली नई बैच के लिए एक अनमोल विरासत होती है।”
आज देश पिछले 10 साल में समृद्धि के नए-नए शिखर छू रहा है। एक भव्य-दिव्य वातावरण बना है और उसको नज़र ना लग जाए इसीलिए काला टीका करने का आज प्रयास हुआ है। मैं उसके लिए भी खरगे जी का बहुत धन्यवाद करता हूं ताकि हमारी इस प्रगति की यात्रा को कोई नज़र ना लग जाए। मैं उसका (ब्लैक पेपर) भी स्वागत करता हूं क्योंकि जब भी अच्छी बात होती है तो काला टीका, नज़र ना लग जाए इसीलिए बहुत जरूरी होता है।
मैं विशेष रूप से आज डॉ. मनमोहन सिंह जी का स्मरण करना चाहूंगा। 6 बार वो इस सदन को अपने मूल्यवान विचारों से नेता के रूप में और प्रतिपक्ष के नेता के रूप में भी बहुत बड़ा योगदान दे चुके हैं। इतने लंबे समय तक जिस तरह से उन्होंने इस सदन और देश का मार्गदर्शन किया है, उसके लिए डॉ. मनमोहन सिंह को हमेशा याद किया जाएगा।