नई दिल्ली:- 16 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया गया है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के साथ और भी बहुत सारे संगठन हैं। किसान 16 फरवरी को खेत में काम न करें। दुकानों को भी बंद रखने का अनुरोध है। इसमें MSP, नौकरी, अग्निवीर, पेंशन आदि मुद्दे उठाए जाएंगे।
ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों से गुजारिश की है कि वे भी इस प्रतिरोध में शामिल हो जाएं। इसे ट्रेड यूनियनों ने सहज स्वीकार कर लिया। इस तरह अगले महीने की 16 तारीख को किसान और मजदूर एकजुट होकर नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों के प्रति अपना विरोध जताएंगे।
एसकेएम इस बात से खफा है कि तीन किसान विरोधी कृषि कानूनों के खिलाफ उसके मशहूर किसान आंदोलन को खत्म कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो वायदे किए थे। उन्हें मोदी सरकार ने नहीं निभाया। इस तरह किसान महसूस करते हैं कि उनके साथ विश्वासघात हुआ। जलंधर सम्मेलन के बाद जारी अपने घोषणापत्र में एसकेएम ने अपनी ठोस मांगे सामने रखी हैं। इनमें शामिल है।