चेन्नई (तमिलनाडु):- श्रीलंका की जेलों से रिहा हुए इक्कीस मछुआरे बुधवार को चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचे। अक्टूबर महीने में कथित तौर पर सीमा पार मछली पकड़ने के आरोप में श्रीलंकाई नौसेना द्वारा तीन अलग-अलग गिरफ्तारियों में कुल 64 मछुआरों को गिरफ्तार किया गया था। जो रामेश्वरम और मंडपम से हैं उनकी नावें और मछली पकड़ने के जाल भी श्रीलंकाई नौसेना द्वारा ले लिए गए।
मछुआरों को श्रीलंकाई अदालत में पेश किया गया और जेल में डाल दिया गया। इसके बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने मछुआरों की रिहाई के लिए प्रयास करने के लिए विदेश मंत्री को पत्र लिखा। साथ ही विभिन्न राजनीतिक दल के नेताओं ने अनुरोध किया कि केंद्र सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करे।
श्रीलंका में भारतीय दूतावास के प्रयासों और बातचीत के बाद 63 मछुआरों को रिहा कर दिया गया। कथित तौर पर दूसरी बार गिरफ्तार किए गए एक मछुआरे को लंका अदालत ने दो साल की कैद की सजा सुनाई।
श्रीलंका में भारतीय दूतावास ने मछुआरों को उनके स्थान पर वापस भेजने की व्यवस्था की। 21 नवंबर को 15 मछुआरों का पहला समूह चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचा और 23 नवंबर को 15 और मछुआरे चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचे। फिर 24 नवंबर को श्रीलंका द्वारा 12 मछुआरों का तीसरा समूह रिहा किया गया।
शेष 21 मछुआरों के बुधवार को चेन्नई लौटने के साथ 63 मछुआरों को भारत वापस भेज दिया गया है। सभी मछुआरों को राज्य सरकार के मत्स्य पालन विभाग की व्यवस्था के साथ उनके गृहनगर भेज दिया गया ।
इसी तरह की अन्य खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।