पटना (बिहार):- बिहार के पूर्णिया ज़िले में डॉक्टर पर हुए हम इंडियन मेडिकल एसोसिएशन संज्ञान लिया है। डॉक्टरों पर बढ़ रहे हमले को देखते हुए, IMA बिहार के अध्यक्ष डा.श्याम नारायण प्रसाद समेत दिग्गज सदस्यों ने मंगलवार को प्रदेश सभी चिकित्सकीय संस्थान बंद रखने का आह्वान किया है। वहीं सरकारी और निजी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवा जारी रखने की भी बात कही है। IMA एक्शन कमेटी 22 नवंबर को आपात बैठक कर, आगे की रणनीति तय करेगी।
बिहार में चिकित्सीय संस्थान बंद रखने की सूचना अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग और प्रदेश सरकार को दी जा चुकी है। मरीज़ की मौत पर उनके परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर डॉक्टरों की पिटाई करते हैं, अस्पताल में तोड़ फोड़ करते हैं।
IMA के सदस्यों का कहना है कि पिछले दो सालों से प्रदेश में डॉक्टर्स की पिटाई और अस्पताल में तोड़फोड़ के मामले बढ़े हैं। डॉक्टरों की लापरवाही पर जुर्माने और सज़ा का प्रावधान होने के बाद भी मरीज़ के परिजन बदसलूकी करते हैं।, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी कोई कारगर क़दम नहीं उठाए गए।
डॉक्टरों की सुरक्षा के मद्देनज़र सरकार के सुस्त रवैये को देखते हुए हड़ताल का आह्वान किया गया है। पूर्णिया के सर्जन डॉक्टर राकेश पासवान के क्लीनिक में मरीज़ के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर तोड़फोड़ की गई। मरीज़ के परिजनों ने डॉ. राकेश पाससवान हमला किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
IGIMS पटना में उन्हें भर्ती कराया गया है। इस घटना का IMA ने वीडियो भी शेयर किया है। जिसमें सर्जन की हालत नाज़ुक लग रही है। IMA का आरोप है कि पुलिस की मौजूदगी में मरीज़ के तीमारदारों ने डॉक्टर को शारीरिक और मानसिक तौर पर चार घंटे तक प्रताड़ित करते रहे।