उज्जैन (मध्य प्रदेश):- मध्य प्रदेश के उज्जैन में विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर की कार्तिक मास की पहली सवारी आज बड़ी ही धूमधाम से निकल गई। महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में सायं चार बजे विधिवत पूजन-अर्चन के बाद भगवान महाकाल चांदी की पालकी में राजसी ठाठ-बाट के साथ नगर भ्रमण पर निकले। इस दौरान बाबा महाकाल मनमहेश स्वरूप में श्रद्धालुओं ने उनके दर्शन किए।
उन्होंने बताया कि श्रावण-भादौ मास की तरह ही कार्तिक-अगहन मास में भी प्रत्येक सोमवार को भगवान महाकाल की पांच सवारी निकाली जाती है। परंपरा के मुताबिक, कार्तिक-अगहन मास की पहली सवारी में भगवान महाकाल आज मनमहेश स्वरूप में अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकले।
25 नवंबर को होगा हरि-हर मिलनः परंपरानुसार 25 नवंबर को बैकुण्ठ चतुर्दशी के मौके पर हरि-हर मिलन की सवारी निकलेगी। इस दौरान बाबा महाकाल रात 11 बजे चांदी की पालकी में सवार होकर गोपाल मंदिर पहुंचेंगे, जहां हरि (भगवान विष्णु) का हर (महाकाल) से मिलन होगा। इस दौरान भगवान महाकाल पृथ्वी का भार भगवान द्वारिकाधीश को सौंपेंगे।