वाशिंगटन (अमेरिका):- अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच दक्षिण कोरिया के बुसान शहर में हुई मुलाकात ने एक बार फिर दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। यह मुलाकात छह लंबे वर्षों बाद हुई जिसे अंतरराष्ट्रीय संबंधों के इतिहास में एक अहम मोड़ के रूप में देखा जा रहा है। दोनों नेताओं के बीच यह बैठक एशिया प्रशांत क्षेत्र की बदलती राजनीतिक परिस्थितियों के बीच हुई जहां कई देशों की नीतियां अब वैश्विक स्थिरता और व्यापारिक संतुलन पर केंद्रित हैं।
ट्रंप और जिनपिंग की यह वार्ता केवल कूटनीतिक शिष्टाचार तक सीमित नहीं रही बल्कि इसमें व्यापारिक विवाद सुरक्षा सहयोग और तकनीकी प्रतिस्पर्धा जैसे गंभीर मुद्दों पर भी गहन चर्चा की गई। ट्रंप ने अमेरिका की आर्थिक प्राथमिकताओं और सुरक्षा चिंताओं को खुलकर सामने रखा जबकि जिनपिंग ने वैश्विक सहयोग और पारस्परिक सम्मान की नीति पर जोर दिया। इस मुलाकात को विशेषज्ञ अमेरिका और चीन के बीच संवाद बहाली का एक सकारात्मक संकेत मान रहे हैं।
बुसान की इस बैठक ने यह भी साबित किया कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में व्यक्तिगत नेतृत्व और संवाद की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होती है। छह सालों के तनाव और मतभेदों के बाद दोनों देशों के बीच यह वार्ता एक नई शुरुआत का संकेत दे रही है। वैश्विक व्यापार रक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दोनों राष्ट्रों के बीच बेहतर तालमेल आने वाले वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्थिरता को मजबूत कर सकता है। यह मुलाकात निश्चित रूप से आने वाले समय में विश्व राजनीति की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगी।






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