लखनऊ:- यूपी के बलिया में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप लगातार जारी है। वहीं, जिला अस्पताल में हीट वेव की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
यहां 15 जून को 23 मौतें हुईं तो वही 16 जून को 21 जबकि 17 जून को 11 मौतों का आंकड़ा सामने आया। हालांकि, मरने वालों में ज्यादातर बुजुर्ग हैं जो अलग-अलग बीमारियों से पीड़ित हैं और संभावना यह है कि हीट वेव की वजह से उनके बॉडी ऑर्गन फेल हो गए और फिर मौत हो गई। हालांकि, बलिया जिला अस्पताल के पूर्व श्री नस्त दिवाकर सिंह की तैनाती अब आजमगढ़ में हो गई। वहीं, नए सीएमएस एसके यादव ने कार्यभार संभाल लिया है। इस सबके बीच उत्तर प्रदेश शासन के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र का 10 मार्च 2023 को भेजा गया एक पत्र भी सुर्खियों में है। दरअसल इस लेटर में संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान को लेकर कई निर्देश दिए गए थे।
गर्मी से बचाव के लिए शेल्टर्स की व्यवस्था करना, व्यस्त जगहों पर मौसम के पूर्वानुमान और तापमान का डिस्प्ले लगाना, ईश्वर से बचाव हेतु उपायों का जनमानस ने प्रचार करना, साथ ही विद्यालयों में हीटवेव से बचाव के लिए उपायों का जनता के बीच व्यापक प्रचार-प्रसार करना था। साथ ही आम लोगों की जिंदगी को बचाने के लिए माइक्रो लेवल पर प्रशासनिक स्तर पर तैयारी भी करनी थी।
लेकिन बलिया में जिस तरीके से हीट वेव और हीट स्ट्रोक की वजह से मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है और जिला प्रशासन महज खानापूर्ति के नाम पर 17 जून को येलो अलर्ट जारी करता है। ऐसे में यह साफ पता चलता है कि हीट वेव को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरीके से तैयार नहीं था। बिहार में भी पिछले 1 दिन में 35 लोगों की खबर आई है। लोगों का गर्मी के कारण बुरा हाल है।
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