लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा सहित विभिन्न विभागों ने स्थानांतरण के लिए अलग से विभागीय नीति जारी कर दी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने स्थानांतरण के लिए विभागीय नीति अभी तक जारी नहीं की है। वहीं, बीते साल की तरह इस बार भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में डाक्टर व कर्मचारियों के स्थानांतरण को लेकर अफरातफरी का माहौल बना हुआ है।
जानकारी के मुताबिक मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से स्वयं के अनुरोध पर ट्रांसफर के लिए 24 घंटे का वक्त दिया गया है। इसी के साथ ऑफलाइन आवेदन भी मांगे गए हैं। जिसको लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के डाक्टर व कर्मचारी परेशान हैं। वहीं, चिकित्सा-स्वास्थ्य महासंघ के पदाधिकारियों ने बुधवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डा. रेनू श्रीवास्तव वर्मा से मुलाकात की और इस मामले में ज्ञापन सौंपा। साथ ही विभागीय स्थानांतरण नीति न जारी होने पर विरोध भी जताया।
चिकित्सा-स्वास्थ्य महासंघ के प्रधान महासचिव अशोक कुमार का कहना है कि जिलों में मुख्य चिकित्साधिकारी व अस्पतालों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ट्रांसफर के लिए फार्म अग्रसारित नहीं कर रहे। उनकी ओर से विभागीय ट्रांसफर नीति जारी न होने की बात कही जा रही हैं।