जयपुर:- प्रसिद्ध धार्मिक स्थल खाटूश्यामजी मंदिर के दर्शन रविवार रात दस बजे से अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिए गए। फाल्गुन मेले से पहले मंदिर में व्यवस्थाएं बढ़ाने की वजह से श्रद्धालुओं को अगले आदेश तक यहां दर्शन नहीं हो सकेंगे। इस संबंध में मंदिर कमेटी अध्यक्ष शंभू सिंह चौहान ने सूचना पत्र जारी किया है।
उन्होंने बताया कि मंदिर में प्रवेश व निकासी द्वार पर निर्माण कार्य की वजह से मंदिर के पट रविवार रात 10 बजे बंद कर दिए गए। जो आगामी आदेशों तक बंद रहेंगे। इससे पहले बाबा श्याम के दर्शनों के लिए दिन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिर बंद होने की सूचना व रविवार की वजह से करीब पांच लाख लोगों ने खाटूश्यामजी के दर्शन किए। इस दौरान खाटूश्यामजी मंदिर से लेकर हर रास्ते व गलियों तक श्रद्धालुओं से अटी रही।
दस नवंबर को खाटूश्याम मंदिर और कस्बे में व्यवस्थाओं का विस्तार करने के लिए जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव और एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने मंदिर कमेटी और अधिकारियों की बैठक ली थी। इसमें कई निर्णय हुए। ऐसे में अब मंदिर और कस्बे में व्यवस्था बदलने के लिए काम शुरू होगा। मंदिर में आम दिनों में भी करीब 20 हजार श्रद्धालु दर्शन करते हैं। वीकेंड और हॉलिडे के दिन भीड़ ज्यादा रहती है। देवउठनी एकादशी के मौके पर खाटूश्याम बाबा का जन्मदिन होता है। ऐसे में करीब 10 लाख लोगों ने दर्शन किए थे।
अब मुख्य मंदिर में भक्तों के प्रवेश और निकासी व्यवस्था को बढ़ाया जाएगा। 75 फीट मेला ग्राउंड में श्रद्धालुओं की लाइन बढ़ाई जाएगी। 75 फीट मेला ग्राउंड के बचे हुए हिस्से को शेड से कवर किया जाएगा। लखदातार मैदान में सीसी कवर्ड, टीन शेड और स्थायी जिगजैग बनाया जाएगा। लखदातार मैदान के एंट्री गेट और एग्जिट गेट पर निशान रखने के लिए व्यवस्था की जाएगी। लखदातार मैदान के बाहर एग्जिट गेट पर बड़ा गेट लगाया जाएगा। फतेहाबाद धर्मशाला के सामने रास्ते पर कमेटी सीसी सड़क बनवाएगी। कृष्णा सर्किट योजना में बने रेस्ट रूम, टॉयलेट और आवास शुरू होंगे।
गौरतलब है कि खाटूश्याम मंदिर में गत आठ अगस्त को सुबह भगदड़ में तीन महिलाओं की मौत हो गई थी। इसके बाद मंदिर कमेटी और प्रशासन ने दर्शन व्यवस्थाओं में बदलाव करने का निर्णय किया। मंदिर के पट बंद करने से पहले रविवार के दिन भी खाटू श्याम में पूरे दिन भक्तों की भीड़ लगी रही। आज यहां करीब एक लाख से ज्यादा लोगों ने दर्शन किए।