बभनी से श्यामजी पाण्डेय की स्पेशल रिपोर्ट
बभनी(सोनभद्र)- स्थानीय शिक्षाक्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय असनहर(प्रथम) पर बच्चों ने चाचा नेहरु का जन्मदिन बडे़ हर्षोल्लास के साथ मनाया।बाल दिवस को लेकर बच्चे सुबह से ही तैयारियों में जुट गए थे।इस अवसर पर बच्चों ने एकल व सामुहिक गान विविध खेलकूद व गतिविधियों का आयोजन द्वारा चाचा नेहरु को याद किया। विद्यालय के प्रभारी ने बताया कि पंडित नेहरु को बच्चों से बहुत प्यार था इसलिए बच्चे उन्हें प्यार से चाचा नेहरु कहते थे।कार्यक्रम के अंत में बच्चों को केला व टाफियां बांटी गईं। इस अवसर पर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मसूद अहमद, सहायक अध्यापक जुबैर आलम शिक्षामित्र चन्द्रसेन पाण्डेय व श्यामजी पाण्डेय सहित दर्जनों अभिभावक मौजूद रहे।
पंडित नेहरु कहते थे- ‘आज के बच्चे कल के भारत का निर्माण करेंगे। बच्चे ही इस देश का भविष्य है। इसलिए ये जरूरी है कि उनकी शिक्षा एवं कल्याण पर विशेष ध्यान दिया जाए। हम जितनी बेहतर तरह से बच्चों की देखभाल करेंगे राष्ट्र निर्माण भी उतना ही बेहतर होगा।’
बाल दिवस समारोह का आयोजन देश के भविष्य के निर्माण में बच्चों के महत्व को बताता है। बच्चे राष्ट्र की बहुमूल्य सम्पत्ति होने के साथ ही भविष्य और कल की उम्मीद हैं, इसलिए उन्हें उचित देखरेख और प्यार मिलना चाहिए।
भारत के आजाद होने के बाद बच्चों के विकास, उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य को लेकर सरकार ने कई योजनाएं बनाई हैं। लेकिन आज भी बहुत से बच्चों को उनका अधिकार नहीं मिल पाता है। बाल दिवस का अर्थ पूर्ण रुप से तब तक सार्थक नहीं हो सकता, जब तक हमारे देश में हर बच्चे को उसके मौलिक बाल अधिकारों की प्राप्ति ना हो जाए। बाल शोषण और बाल मजदूरी का पूरी तरह से खात्मा होना चाहिए। आर्थिक कारणों से कोई बच्चा शिक्षा पाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। बाल कल्याण के लिए चल रही सभी योजनाओं का लाभ बच्चों तक पहुंचना चाहिए। बाल दिवस के अवसर पर हम सब को मिलकर बाल अधिकारों के प्रति जागरुकता फैलानी चाहिए।