नई दिल्ली :- वैश्विक स्तर पर, केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति के मद्देनजर ब्याज दर बढ़ा रहे हैं, जो जमाकर्ताओं के लिए अच्छी खबर है। वैश्विक स्तर पर विश्लेषकों का अनुमान है कि अगले कुछ साल फिक्स इनकम वाले निवेशकों के लिए अच्छे हो सकते हैं क्योंकि शेयरों में जल्द सुधार की उम्मीद नहीं है। सरकारी लोन इंस्ट्रूमेंट और राज्य के स्वामित्व वाले बैंक डिपॉजिट में फिक्स्ड डिपॉजिट सबसे सुरक्षित होते हैं। यही कारण है कि वे सभी निवेश साधनों (Investment Options) में सबसे कम रिटर्न भी देते हैं। हालांकि कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट, पारंपरिक बैंक एफडी (Fixed Deposit) की तुलना में ज्यादा रिटर्न प्रदान करते हैं।
एक नॉन- बैंकिंग फाइनेंस कंपनी, सुंदरम फाइनेंस लिमिटेड (Sundaram Finance Ltd) ने 16 नवंबर से फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दर (Fixed Deposit Interest Rate) में वृद्धि की है। कंपनी ने सभी अवधियों के लिए दरों में वृद्धि की घोषणा की। उल्लेखनीय है कि यह चेन्नई स्थित कंपनी एएए रेटेड है, जो कि पिछले 30 सालों से उच्चतम गुणवत्ता वाली रेटिंग है।
इतनी है सुंदरम फाइनेंस की एफडी दरें
12 महीनों से 24 महीनों में मैच्योर होने वाली नॉन- क्युमुलेटिंग डिपॉजिट पर कंपनी ने वार्षिक ब्याज दर को बढ़ाकर 7.15 फीसदी सालाना कर दिया है। मासिक आधार पर यह 6.93 फीसदी है और तिमाही आधार पर यह 6.97 फीसदी है। इसके अलावा 36 महीने में मैच्योर होने वाली फिक्स्ड डिपॉजिट पर भी कंपनी ने ब्याज दर बढ़ाई है। यह 7.30 फीसदी सालाना, 7.07 फीसदी मासिक और 7.11 फीसदी तिमाही कर दी गई है।
सीनियर सिटीजन के लिए इतनी हुई दरें
वरिष्ठ नागरिकों के लिए, 12 महीनों में मैच्योर होने वाली डिपॉजिट पर 7.50 फीसदी वार्षिक और 7.25 फीसदी तिमाही की दर लागू होगी। वहीं 36 महीने की मैच्योरिटी वाली फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए दर 7.8 फीसदी वार्षिक और 7.53 फीसदी तिमाही है।
निवेशकों के लिए फायदेमंद है FD
निवेशकों के लिए एफडी में निवेश करना फायदेमंद माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में यह ज्यादा सुरक्षित विकल्प होता है। गौरतलब है कि मई से लेबर अब तक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रेपो रेट में कुल 190 आधार अंकों की वृद्धि कर चुका है।